जयपुर। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को जयपुर में नोटबंदी पर आमसभा की।
रामलीला मैदान पर अपने समर्थकों के बीच केजरीवाल ने नोटबंदी को लेकर केन्द्र सरकार पर तीखा हमला बोला। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मांग की है कि राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे को जांच के दायरे में लाया जाना चाहिए। पार्टियों के पांच साल के खातों की जांच होनी चाहिए।
यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में हिम्मत है तो सबसे पहले राजनीतिक पार्टियों को कैशलेस करके दिखाए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा को 70 और कांग्रेस पार्टी को 80 प्रतिशत चंदा कैश में मिलता है। जबकि आम आदमी पार्टी को मिलने वाला 92 प्रतिशत चंदा पार्टी को चेक से मिलता है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि जनता नोटबंदी से परेशान और दुखी हो चुकी है। मैं यहां राजनीति करने नहीं आया हूं। यदि मुझे राजनीति करनी होती तो गोआ और पंजाब में जाता वहां एक माह बाद चुनाव है। आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ी रही है। मेरा मकसद नोटबंदी की सच्चाई को लोगों के सामने रखना है। उन्हें जागरूक करना है।
उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी बहुत बड़ा घोटाला है। इसलिए देश को बचाने की फरियाद लेकर जनता के बीच जा रहा हूं। भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ हमने खूब लड़ाई लड़ी है और लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से ना तो कालाधन बाहर आया है और ना ही भ्रष्टाचार समाप्त हुआ। बल्कि भ्रष्टाचार और बढ़ गया है।
पहले सरकारी बाबू एक हजार रूपए की घूस लेता था वह अब दो हजार रूपए की घूस लेने लग गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मकसद कालाधान और भ्रष्टाचार समाप्त करना नहीं था बल्कि नोटबंदी के जरिए अपने अमीर मित्रों को फायदा पहुंचाना था।
शुरू में जनता कह रही थी बहुत अच्छा हुआ लेकिन अब लगने लगा है कि धोखा हो गया है। नोटबंदी का खामियाजा गरीब और आम आदमी को उठाना पड़ रहा है। नोटबंदी से देश का भट्टा बैठ गया है। व्यापार चौपट हो गया। मंडिया बंद पड़ी है। किसान बुआई नहीं कर पा है। मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। फैक्ट्रीयों में उत्पादन ठप हो गया है। जयपुर का ज्वैलरी व्यवसाय खत्म हो गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास फाइल है। इसमें 648 अमीर लोगों के नाम है। यह फाइल मैंने देखी है। इसमें अनिल अंबानी, मुकेश अंबानी, अंबानी की माता, नरेश गोयल, बिड़ला का नाम और उनके स्विस बैंक के खाता नंबर है। प्रधानमंत्री उनकों क्यों नहीं पकड़ते। यदि मोदी 648 लोगों को गिरफ्तार कर लेंगे तो सारा कालाधन बाहर आ जाएगा।
केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि नोटबंदी के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह खरब पतियों का आठ लाख करोड़ रूपए करोड़ का कर्जा माफ करना चाहते हैं। यह मैं नहीं सरकार की रिपोर्ट बताती है। उन्होंने कहा कि 1 लाख 14 हजार करोड़ रूपए तो माफ कर दिए हैं। विजय माल्या के भी 1200 करोड़ रूपए माफ भी किए हैं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आरोप लगाया कि अक्टूबर 2013 में आयकर विभाग ने बिड़ला के यहां छापा मारा था। इसमें जो दस्तावेज जब्त किए थे। उनमें एक कागज में गुजरात के मुख्यमंत्री को 25 करोड़ रूपए देने का जिक्र है। उस समय नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। तीन साल हो गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी इसकी जांच नहीं होने दे रहे हैं।
22 नवम्बर 2014 को सहारा समूह के यहां आयकर का छापा पड़ा इसमें 130 करोड़ रूपए नकद और कागज मिले। इन कागजों में भी अहमदाबाद में मोदी को करोड़ों रूपए देने का जिक्र है। लेकिन दो साल बाद भी सरकार इसकी जांच नहीं करा रही है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें ढ़ाई लाख में हमारी बेटी की शादी करने के लिए कहा जाता है। लेकिन नोटबंदी के दौरान प्रधानमंत्री के मित्र रेड्डी ने पांच सौ करोड़ रूपए की शादी की है। लेकिन अब देश में यह नहीं चलेगा। यदि आप भी ढ़ाई लाख में शादी कर दोगे तो हम सवा लाख रूपए में कर देंगे।