वाराणसी। नोटबंदी को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के तमाम लटको-झटकों के बावजूद उनकी सभा में बुधवार को भीड़ नहीं जुटी।
रैली में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगो को लुभाने के लिए केजरीवाल ने खूब प्रयास किया यहां तक कि अजान के समय भाषण भी रोक दिया। इसके बावजूद दो तीन हजार लोगों की ही भागीदारी दिखी।
अपने भाषण के दौरान केजरीवाल ने पूरे समय भाजपा को निशाने पर रखा। बीच में एकाध बार कांग्रेस पर भी हमलावर रहे लेकिन सत्तारूढ़ सपा और बसपा का नाम तक नहीं लिया।
अल्पसंख्यक समुदाय को लुभाने के साथ हिन्दुओं को भी अपने पाले में खीचने के लिए कहा कि भाजपा हिन्दुओं की भी नहीं है हमेशा हिन्दुओं के हित की दुहाई देने वाले मोदी ने नोटबंदी के फैसले से हिन्दुओं को क्यों नहीं दूर किया।
भाजपा सिर्फ सत्ता और दौलत के लिए राजनीति करती है। केजरीवाल की रैली को सफल बनाने के लिए पार्टी कार्यकर्ता पिछले एक पखवारे से जिले की सभी आठों विधानसभा क्षेत्र में रैली और जनसम्पर्क कर लोगों को बताते रहे कि पीएम मोदी ने देश का सबसे बड़ा घोटाला कर किसान, मजदूर, व्यापारी आदि का जीना मुश्किल कर दिया है। गरीबों का पैसा लूट कर पूंजीपतियों को दे रहे हैं।
उनके तमाम प्रयास के बावजूद आज परीक्षा के दिन अभियान मोदी मैजिक के आगे असफल दिखा।