नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के अनुसार देश का पिछड़ा वर्ग और दलित वर्ग राष्ट्रवादी नहीं है।
एक अंग्रेजी समाचार-पत्र के अनुसार भारतीय जनता पार्टी की मंगलवार को दिल्ली में हुई कोर ग्रुप की बैठक में पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि राष्ट्रवादी तो हमारे साथ हैं, हमें दलितों और पिछड़ों को साथ लाना है।
मोदी के इसी बयान पर केजरीवाल ने बुधवार को प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुताबिक, देश का पिछड़ा वर्ग और दलित वर्ग राष्ट्रवादी नहीं है।
दसअसल केजरीवाल कई राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए सियासत कार्ड खेलने का प्रयास कर रहे हैं। यही वजह है कि मोदी के दिल्ली में यह कहते ही कि उनकी पार्टी में 80 फीसद दलीत है, जातिय सियासत तेज हो गई।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 80 फीसद पार्टी के सदस्य एससी/एसटी और ओबीसी कैटेगरी से ताल्लुक रखते हैं। ऐसे में ये भ्रामक धारणाएं सफल नहीं होनी चाहिए। पीएम ने कहा कि हमें इस तरह के आरोपों का डटकर सामना करने की जरूरत है। राष्ट्रवाद ही भारतीय जनता पार्टी की पहचान है, हमें इस पर कायम रहना होगा।
दूसरी ओर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के बयान पर हमला करते हुए कहा कि हम पीएम मोदी याद दिलाना चाहते हैं कि वे राष्ट्रवाद की वजह से सत्ता में नहीं आए हैं। वे जनता से किए विकास, रोजगार, गुड गवर्नेंस, महंगाई और अच्छे दिन के वादे से सत्ता में आए हैं। मोदी जी जनता से किए अपने वादे याद रखने चाहिए।
कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने देश के लिए कोई बलिदान नहीं दिया। भाजपा को कभी भी राष्ट्रवाद का प्रचारक या चैंपियन नहीं माना जा सकता। मोदी के शासनकाल में स्वतंत्र विचारों पर गंभीर हमले हो रहे हैं। कानून का माखौल उड़ाया जा रहा है।