जोधपुर। नाबालिग बच्ची के यौन के आरोप में फंसे आसाराम के चेहरे पर बुधवार को रौनक नजर आई, लंबे समय बाद कोर्ट परिसर में वे खुश दिखे और मीडिया को बुलाकर बातें भी कीं। दरअसल इसकी वजह थी कि आसाराम का मामला अब अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है।
बतादें कि अनुसूचित जाति जनजाति अदालत में बुधवार को बचाव पक्ष के सभी गवाहों के बयान पूरे होने के साथ मामला अंतिम बहस के लिए 23 अक्टूबर को रखा गया है।
अंतिम गवाह के बयान पूरे होने के साथ ही आसाराम के चेहरे से चिंता के बादल छंटे हुए थे। कोर्ट से बाहर निकलते समय आसाराम ने कहा कि मैं भी चाहता था कि मामला पूरा हो जाए, चलो अब अंतिम बहस के साथ मामला पूरा हो जाएगा, जो होगा वह अच्छा होगा।
आसाराम ने विश्वास भरे लहजे में कहा कि वे बच जाएंगे। वे यह भी बोले कि मामला भले ही खत्म हो जाए लेकिन जोधपुर तो आना-जाना लगा रहेगा, क्योंकि जोधपुर में मेरा आश्रम है। आसाराम ने आगे कहा कि मुझे भगवान पर पूरा भरोसा है और न्यायपालिका पर विश्वास है।
गौरतलब है कि 1 सितम्बर 2013 को नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में छिंदवाड़ा के आश्रम से आसाराम को अरेस्ट कर पुलिस जोधपुर लेकर आई थी, वे तब से जोधपुर की सेंट्रल जेल में ही बंद हैं।
इस दौरान सुप्रीम कोर्ट तक ने उन्हें जमानत देने से कई बाद इंकार कर दिया। अब अंतिम गवाही खत्म होने के साथ ही आसाराम का कोर्ट आना कम हो जाएगा। इस मामले में जहां अभियोजन ने 44 गवाहों के बयान करवाए वहीं बचाव पक्ष की ओर से 31 गवाहों के बयान करवाए गए हैं।