नई दिल्ली। यौन शोषण के केस में जेल में बंद आसाराम बापू के समर्थकों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने दंगा भड़ाने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कर लिया है।
आसाराम बापू के समर्थकों एवं दिल्ली पुलिस के बीच बीती रात काफी झड़प हुई। इस संघर्ष में दिल्ली पुलिस के सात पुलिसकर्मी और आसाराम के कई समर्थक घायल हो गए।
इस मामले की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि यह दंगा सुनियोजित था, जिसमें आसाराम के समर्थकों का हाथ था। उन्होंने कहा कि वह अभी उन लोगों की तलाश में जुटे हैं, जिन पर दंगे में शामिल होने का आरोप है। इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
इससे पहले 13 मई को एक नियमित सुनवाई के बाद अदालत कक्ष से बाहर आते समय आसाराम ने आरोप लगाया था कि कानून ‘अंधा’ है। यहां किसी को भी जेल भेजा जा सकता है। एक लड़की ने कुछ कह दिया जिसके कारण इतने लोगों को परेशान किया जा रहा है।
उन्होंने दावा किया कि वह दर्जनों बीमारियों से पीड़ित हैं और इसके लिए उन्हें ‘विशिष्ट चिकित्सा’ की जरूरत है। उनका स्वास्थ्य दिन प्रतिदिन खराब होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं आपसे बात करना चाहता हूं, लेकिन बीमार हूं।
छिंदवाड़ा स्थित गुरुकुल की एक नाबालिग लड़की ने आसाराम पर आरोप लगाया था कि उन्होंने जोधपुर के नजदीक अपने आश्रम में उसका यौन उत्पीड़न किया।
लड़की की शिकायत के बाद जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को आसाराम को गिरफ्तार किया और तब से लेकर अब तक वह जेल में हैं।