मनीला/नई दिल्ली। भारत ने रविवार को कहा कि 10 देशों का आसियान समूह एशिया-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा में एक केंद्रीय भूमिका निभाता है।
विदेश राज्यमंत्री वी.के. सिंह ने मनीला में आसियान-भारत विदेश मंत्रियों की 15वीं बैठक में अपने भाषण में कहा कि भारतीय दृष्टिकोण से आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन) एशिया-प्रशांत क्षेत्र के सुरक्षा ढांचे में एक केंद्रीय स्थान रखता है।
उन्होंने कहा कि यह हमारा दृष्टिकोण है कि चूंकि आसियान क्षेत्र के सांस्कृतिक, व्यावसायिक और भौतिक चौराहा प्रस्तुत करता है, इसलिए इसके पास इससे आगे बढ़कर दुनिया के व्यापक हितों को जाहिर करने और संतुलित करने की एक अनोखी क्षमता है।
यह साल भारत और आसियान के बीच संवाद साझेदारी के 25वें साल के रूप में मनाया जा रहा है। आसियान में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं।
इस वर्ष आसियान की अध्यक्षता फिलीपींस के पास है। इस समूह के गठन का यह 50वां साल है। सिंह ने कहा कि हमारे रजत जयंती समारोह (भारत-आसियान संवाद साझेदारी का 25वां वर्ष) का विषय ‘साझा मूल्य, सामूहिक भाग्य’ हमारी साझा सामाजिक-सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक भाग्य की एक अभिस्वीकृति है।
उन्होंने कहा कि हमारी 25वीं वर्षगांठ पर हमारे रिश्ते का फूल पूरी तरह खिल उठा है, जिसमें रणनीतिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक पंखुड़ियां हैं। वर्षगांठ कार्यक्रम में 30 संवाद तंत्र निर्धारित हैं, जिसमें एक वार्षिक शिखर बैठक और सात मंत्रिस्तरीय संवाद शामिल हैं।