उदयपुर। उदयपुर शहर में मंगलवार को कांग्रेस के दो बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट उदयपुर आए। दोनों के आने में मात्र कुछ देर का ही फासला था, परन्तु दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का इंतजार नहीं किया और अलग-अलग बाहर आकर स्वागत कर रवाना हो गए।
इस घटना से कांग्रेस के बड़े और वरिष्ठ नेताओं में भी चल रहा मनमुटाव एक बार फिर से सामने आ गया। सूत्रों के अनुसार झाडोल विधायक हीरालाल दरांगी की पुत्री की शादी है और इस शादी में दरांगी ने प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया था। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट भी शामिल थे।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सुबह जयपुर से उदयपुर आए। उदयपुर उतरने के बाद उन्होंने कुछ ही देर बाद दिल्ली से आ रहे प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट का भी इंतजार नहीं किया और बाहर निकल गए। बाहर मौजूद कार्यकर्ताओं ने अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगाए।
गहलोत आम कार्यकर्ता से मिले और पूर्व मंत्री और घाटोल विधायक महेन्द्रजीतसिंह मालवीया के साथ रवाना हो गए। गहलोत सीधा विधायक दरांगी के गांव सड़ा के लिए रवाना हो गए।
गहलोत के निकलने के कुछ ही देर बाद प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट भी उदयपुर एयरपोर्ट से बाहर निकले। जहां पर मौजूद उन्हीं कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया और फूल-मालाओं से लाद दिया। वहां पर कार्यकर्ताओं से कुछ देर तक बात करने के बाद पायलट गोगुन्दा के लिए रवाना हो गए।
गोगुन्दा में महाराणा प्रताप की राजतिलक स्थली पर जाकर महाराणा प्रताप को श्रद्धासुमन अर्पित किए और सभा को सम्बोधित किया। इसके बाद वे सड़ा गए, जहां पर विधायक दरांगी की पुत्री को आर्शीवाद दिया। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का इंतजार नहीं किया, जिससे दोनों के बीच की दूरियां एक बार फिर से जगजाहिर हो गर्ई।
कामत को इस्तीफा नहीं देकर अपनी शिकायत बतानी चाहिए
इस मौके पर एयरपोर्ट के बाहर पत्रकारों से वार्ता करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे चुके गुरूदास कामत के बारे में कहा कामत को ऐसे समय में संगठन को मजबूत करने का काम करना चाहिए था। इस्तीफा नहीं देना चाहिए था।
गहलोत ने कहा कि कामत को कोई शिकायत थी तो उन्हें राष्ट्रीय नेतृत्व को बताना चाहिए। गहलोत ने कहा कि जिस पार्टी ने कामत को पहचान दी थी, उसे इस तरह से नहीं छोडऩा चाहिए। इसके साथ ही गहलोत ने प्रदेश की वसुन्धरा राजे सरकार पर भी असफलताओं को लेकर जमकर निशाना साधा।
भ्रष्ट नौकर शाहों के पीछे राजनीतिक हस्तियों का हाथ: पायलट
इस मौके पर पत्रकारों से अनौपचारिक बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में एसीबी भ्रष्ट आईएएस अधिकारियों को पकड़ रही है उससे यह स्पष्ट हो रहा है कि इन नौकरशाहों के पीछे राजनीतिक हाथ है। ऐसे में एसीबी को चाहिए कि इसकी निष्पक्षता से जांच करे और संरक्षण देने वाले राजनीतिज्ञों के खिलाफ भी कार्यवाही करें। उन्होंने कामत के इस्तीफे पर कहा कि नए युवाओं को मौका मिलेगा।