जोधपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में भाजपा सरकार के तीन साल पूरे होने पर सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास पिछले तीन साल के कार्यकाल की कोई उपलब्धि नहीं है, जिसे जनता को बताया जा सके। यह सरकार हर मोर्चें पर विफल साबित हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत सोमवार को पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि राजस्थान की वसुंधरा सरकार पिछले तीन साल में कोई उपलब्धि हासिल नहीं कर पाई है। इस सरकार से राज्य की जनता ने जो उम्मीद जताई थी, वह धरी गई है।
सरकार ने कांग्रेस सरकार की शुरू की गई योजनाओं को भी बंद कर दिया। राजीव गांधी सेवा केंद्रों का नाम भी बदल कर अटल सेवा केंद्र कर दिया। यह सरकार बदले की भावना से कार्य कर रही है।
उन्होंने पत्रकारों की तरफ से पूछे गए एक सवाल के जवाब पर कहा कि राज्य सरकार ने घोटाले कर चुके मंत्री को अन्यत्र कर दूसरे विभागों में लगा दिया, जबकि ऐसा होना नहीं चाहिए।
घोटाले करवाने वाले मंत्रियों को घर का रास्ता दिखाना चाहिए। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने ऐसा कोई काम नहीं किया कि जिसे आमजन को याद रहे। जनता इस सरकार के तीन साल के शासन से आजिज आ गई है।
गहलोत ने नोट बंदी के मुद्दे पर बताया कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी का फैसला सही किया है, मगर इसके व्यवस्थित ढंग से नहीं किए जाने से आमजन को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। जनता को काफी दिक्कतें आ रही है।
काले धन पर अंकुश लगाना आसान नहीं है, काला धन तो चंदे के रूप में आता है। जिसकी पड़ताल की जानी चाहिए।
नोटबंदी के एक सवाल पर गहलोत ने बताया कि देश हित में चाहे कांग्रेस ऐसा फैसला लें या फिर भाजपा, एक की मंच पर है। मगर इसे व्यस्थित ढंग से लागू करना था।