गुवाहाटी। असम की प्रमुख क्षेत्रीयतावादी राजनीतिक पार्टी असम गण परिषद एक बार फिर दो भागों में विभाजित हो गई है। अध्यक्ष अतुल बोरा की ओर से पार्टी की आम परिषद के फैसले के खिलाफ जाकर भाजपा के साथ गठबंधन के विरोध में असंतुष्टों ने यह कदम उठाया।
अगप के असंतुष्ट नेताओं व कर्मियों ने एक सभा में असम गण परिषद (क्षेत्रीयतावादी मंच) नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी का गठन किया। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता थानेश्वर बोड़ो व भवेन बरुवा समेत कई नेता मौजूद थे।
एक बयान में मंच ने कहा है कि इस नई राजनीतिक पार्टी में सुनील राजकोंवर को अध्यक्ष, विपुल दास को उपाध्यक्ष, थानेश्वर बोड़ो को सलाहकार तथा भवेन बरुवा (तदर्थ) के रूप में लेकर समिति का गठन किया गया है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी अगप का 3 बार विभाजन हो चुका है। पुलकेश बरुवा के नेतृत्व में नतून असम गण परिषद, अतुल बोरा के नेतृत्व में तृणमूल गण परिषद तथा पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल कुमार महंत के नेतृत्व में असम गण परिषद (प्रगतिशील) का गठन हुआ था। बाद में सभी पार्टियां फिर अगप में शामिल हो गई थीं।
उधर अगप (क्षेत्रीयतावादी मंच) ने पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री थानेश्वर बोड़ो को रंगिया विधानसभा क्षेत्र से टिकट देने का फैसला किया है। बोड़ो को टिकट मिलने से उनके समर्थक काफी खुश हैं।