गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने शनिवार को निचले असम के धुबड़ी और दक्षिण सालमारा-मानकतार जिलों से लगने वाली भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा का दौरा किया।
दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन उन्होंने हासीचर के तहत देवानेर अल्गा सीमा चौकियों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि असमिया लोगों की उम्मीदों को पूरा करने के लिए सभी खुली सीमाओं को सील किया जाएगा।
खुली अंतरराष्ट्रीय सीमा को सील करने की दिशा में अभी बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने सीमा सील करने के संबंध में युद्ध स्तर पर एक व्यापक और सभी समावेशी कदम उठाने की निश्चय किया।
मानकचार व धुबड़ी सेक्टर के साथ ही अंतरराष्ट्रीय नदी सीमा क्षेत्रों का विशेष नाव से निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री सोनोवाल हासीचर सीमा चौकी पर कुछ देर के लिए रूके। इस मौके पर उन्होंने कहा कि असमिया लोगों की उम्मीदों को पूरा करने के लिए सभी खुली सीमाओं को सील किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य की भाजपा नेतृत्वाधीन गठबंधन सरकार की प्राथमिकता सूची में राज्य में बेहतर कानून-व्यवस्था देना, अवैध विदेशियों से मुक्त एक राज्य बनाने के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा को सील करना है।
उन्होंने कि यह असम के के सभी वर्ग राज्य को विदेशियों से मुक्त, राज्य की सीमाओं से बचाने के लिए लंबे समय से एक सपना देख रहे हैं। लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए सरकार ने एक व्यापक और समावेशी उपाय को अमल में ला रही है।
उन्होंने कहा कि खुली अंतरराष्ट्रीय सीमा जमीन हो या नदी को पूरी तरह से सील करने के लिए आवश्यकद कदम उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री सोनोवाल ने कहा कि निचले असम के साथ ही बराक घाटी के करीमगंज सहित सभी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं सील करने और राज्य में तस्करी को रोकने के लिए सभी सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने राज्यवासियों से सरकार का सहयोग करने की अपील की।
सोनोवाल ने अंतरराष्ट्रीय सीमा की स्थिति का जायजा लेने के लिए आज सुबह ब्रह्मपुत्र नद में करीब तीन घंटे की यात्रा की। साथ ही दक्षिण सालमारा- करीमगंज जिले के साथ बांग्लादेश की वस्तुस्थिति को समझा।
उल्लेखनीय है कि विभिन्न समुदायों के 18 संगठनों के प्रतिनिधियों ने हाटसिंगीमारी में मुख्यमंत्री सोनोवाल से मुलाकात की और अवैध विदेशियों और सीमा पार की गतिविधियों पर अपने रुख का समर्थन किया।
इस मौके पर भाजपा, अगप, बीपीएफ के विधायक, अखिल असम छात्र संघ (आसू) के सलाहकार डा. समुज्ज्वल भट्टाचार्य, अध्यक्ष व महासचिव, असम पुलिस के महानिदेशक मुकेश सहाय, गृह आयुक्त एल चांग्सांग, बीएसएफ के धुबड़ी सेक्टर के डीआईजी केके गुलिया और बीएसएफ सहायक कमांडेंट संजय के साथ ही अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।