
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गुवाहाटी। असम सरकार के मंत्रिमंडल ने बीते शनिवार तीन महत्वपूर्ण निर्णयों पर अपनी मुहर लगा दी। जिसमें कामाख्या मंदिर अब सरकार के अधीन होगा।
मंत्रिमंडल के फैसले के अनुसार राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के वेतन में 3 फीसदी वृद्धि का प्रस्ताव लिया है। चालू वर्ष के फरवरी से ही इस नए वेतनमान को लागू कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के कोइनाधारा स्थित सरकारी आवास में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में ये महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। मंत्रिमंडल के इस फैसले के साथ ही कर्मचारी परिषद द्वारा घोषित तीन दिवसीय आंदोलन कार्यक्रम को पावस ले लिया गया है।
एक अन्य फैसले में सैग खेलों के दर्शकों के लिए प्रवेश टिकट में छूट देते हुए राज्य सरकार ने इस खेल पर लगने वाले टैक्स को रद्द कर दिया है।
कामाख्या मंदिर को सरकार ने अपने अधीनस्थ करते हुए मंदिर की सारी देखरेख एक सरकारी ट्रस्ट के जरिए कराने का निर्णय किया है। इस ट्रस्ट का गठन जल्द ही कर दिया जाएगा।
मंदिर के विकास की सारी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। ज्ञात हो मंदिर का प्रबंधन फिलहाल बरदेउरी समाज के जिम्मे है।