करीमगंज। बांग्लादेश में अकूत संपत्ति का मालिक व मोस्ट वांडेंट अपराधी को असम पुलिस ने गुरुवार को बराकघाटी के करीमगंज जिला शहर से गिरफ्तार कर लिया। बाद में उसे असम पुलिस ने बांग्लादेश पुलिस के हवाले कर दिया।
गिरफ्तार बांग्लादेशी व्यवसायी की पहचान रागीब अली के रूप में की गई है। गिरफ्तारी से बचाने के लिए असम के कुछ कांग्रेसी और एआईयूडीएफ के वरिष्ठ स्थानीय नेता करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रहे थे, लेकिन उनकी कोशिश सफल नहीं हुई।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रागीब अली बराक घाटी के हैलाकांदी जिले में स्थित हिंदुस्तान पेपर मिल को एक लाख 14 हजार करोड़ रुपए में खरीदने की मंशा से यहां आया था।
उस पर बांग्लादेश निवासी व लंदन प्रवासी एक हिंदू परिवार की भूमि और बागान पर अवैध कब्जे का आरोप है। जिसके चलते बांग्लादेश की सुप्रीम कोर्ट ने उसके विरूद्ध गैर जमानती वारंट जारी किया था।
गिरफ्तारी से बचने के लिए रागीब गत 11 अगस्त को तीन माह के वीजा पर भारत में आया था। रागीब तीन महीने से सिलचर, सोनाई और मेघालय की राजधानी शिलांग में रहते आ रहा था। वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद रागीब वीजा को बढ़ाने के लिए जा रहा था, पुलिस पहले से ही इसके पीछे पड़ी हुई थी।
गुरूवार सुबह उसे गिरफ्तार कर लिया। बांग्लादेश की पुलिस ने इंटरपोल के जरिए इसकी गिरफ्तारी के लिए नोटिस जारी कर रखा था। जिसके बाद असम पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की खबर बांग्लादेश पुलिस को दी। बांग्लादेश पुलिस पहले रागीब को पानी के रास्ते भारत से बांग्लादेश ले जाना चाहती थी।
सुरक्षा के मद्देनजर प्लान को बदलते हुए बांग्लादेश पुलिस ने रागीब को करीमगंज के सुतारकांदी अंतरराष्ट्रीय चेक गेट पर लाने को कहा। असम पुलिस ने कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद उसे सुतारकांदी अंतरराष्ट्रीय चेक गेट पर बांग्लादेश पुलिस के हवाले कर दिया। जहां से बांग्लादेश पुलिस ने उसे हथकड़ी लगाकर अपने साथ ले गई।
सूत्रों ने बताया कि बांग्लादेशी इस धन कुबेर के पास अरबों रुपए की संपत्ति है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रागीब की संपत्तियों में 8 चाय बागान, चार कालेज, एक इंजीनियरिंग कालेज, एक मेडिकल कालेज, एक बैंक, सिलहट (सिलेट) शहर के बीचों-बीच एक सुपर मार्केट (बांग्लादेश का सबसे बड़ा मॉल) के साथ ही सिलहट के पास रागीब नगर भी है।
इतना ही नहीं लंदन में चार से पांच फ्लैट के अलावा भारतीय पैमाने के अनुसार लंदन में 8 से 10 एकड़ भूमि भी है। सूत्रों ने बताया कि बांग्लादेश निवासी व लंदन प्रवासी एक हिंदू परिवार ने अपनी जमीन की देखरेख के लिए एक केयरटेकर रखा था। रागीब ने जबरन उस भूमि पर कब्जा कर लिया।
हिंदू परिवार को जब इसका पता चला तो उसने न्यायालय में एक मामला दायर किया। बाद में मामला बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा। सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ने रागीब के विरूद्ध गैर जमानती वारंट जारी करते हुए सरकार से उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने का आदेश जारी किया।
गिरफ्तारी से बचने के लिए रागीब भारत में शरण लिए हुए था। पुलिस ने बताया कि रागीब बीते कल करीमगंज जिला शहर में एआईयूडीएफ के एक नेता अब्दुल अजीज के घर में ठहरा था।
पुलिस को जब इसकी जानकारी मिली तो उस पर लगातार नजरे रखे हुए थी। आज जैसे ही वह घर से बाहर निकला उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी ने कई स्थानीय नेताओं के चेहरे से नकाब उतार दिया है।