अंकारा। तुर्की में सेना के एक धड़े ने शुक्रवार रात को राष्ट्रपति रेसेप तईप एरदोगन की सरकार का तख्ता पलटने की कोशिश की। इस दौरान राजधानी अंकारा और इस्तांबुल में रात भर चले संघर्ष में 90 लोगो के मारे जाने की खबर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विद्रोहियों ने सत्ताधारी पार्टी के महासचिव का अपहरण कर लिया है और तुर्की के सेना प्रमुख भी लापता हैं। सैनिकों द्वारा विद्रोह किए जाने के बाद तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एरदोगन शनिवार को सुबह विमान से इस्तांबुल के अतातुर्क हवाईअड्डे पहुंचे।
एयरपोर्ट पर उन्होंने बताया कि वे मनमारिस के जिस रिसॉर्ट में रुके थे, उनके रिसॉर्ट छोड़ने के बाद वहां बम से हमला किया गया। राष्ट्रपति एरदोगन ने तख्तापलट की साजिश के लिए इस्लामिक धर्मप्रचारक फैतुल्लाह गुलेन को जिम्मेदार बताया।
पार्टी महासचिव के अपहरण की जानकारी देते हुए एरदोगन ने विद्रोहियों से पूछा कि वे महासचिव के साथ क्या सलूक करने वाले हैं। तख्तापलट की कोशिश के विफल होने के दावे के बीच अधिकारियों ने बताया कि तुर्की के बड़े शहरों में रातभर हुई हिंसा में 90 लोगों की मौत हो गई है और 1,154 घायल हुए हैं। 1500 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिलदिरीम का कहना है कि स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में आ गई है और अभी तक 130 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रधानमंत्री यिलदिरीम ने बताया कि विद्रोही सैनिक तख्तापलट के लिए टैंकों और विमानों का उपयोग कर रहे हैं।
सेना को उन विमानों को मार गिराने के आदेश दिए हैं, जिनका इस्तेमाल तख्तापलट के लिए विद्रोहियों द्वारा किया जा रहा है। इस बीच सेना ने राजधानी अंकारा में विद्रोहियों के एक हैलीकॉप्टर को मार गिराया है।
अंकारा में विमानों और हेलीकॉप्टर के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस्तांबुल के अतातुर्क हवाईअड्डे को दोबारा खोल दिया गया है और समाचार चैनलों ने भी दोबारा प्रसारण शुरू कर दिया है। शुक्रवार रात को सैनिकों के एक समूह ने समाचर चैनलों का प्रसारण रुकवा दिया था।
50 विद्रोहियों ने किया आत्मसमर्पण
तख्तापलट की कोशिश करने वाले विद्रोही सैनिकों में से 50 सैनिकों ने इस्तांबुल के बोस्फोरस ब्रिज के नजदीक शनिवार को आत्मसमर्पण कर दिया। स्थानीय टेलीविजन चैनलों पर दिखाए जा रहे लाइव फुटेज में बड़ी संख्या में सैनिक टैंकों को छोड़ कर हाथों को ऊपर किए आत्मसमर्पण की मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस्तांबुल के सेंट्रल तकसीम चौक के पास सशस्त्र पुलिस ने विद्रोहियों को घेर लिया जिसके बाद बड़ी संख्या में विद्रोही सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया। तुर्की के सेना प्रमुख के लापता होने के बाद उमीत दुनुदार को कार्यवाहक सेनाप्रमुख नियुक्त किया गया है।