संयुक्त राष्ट्र I संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जवाब देते हुए कहा है कि आतंकवाद छोड़ कर बैठकर बात करनी होगी I
नवाज शरीफ के चार सूत्री फार्मूले को खारिज करते हुए सुषमा ने कहा कि पाकिस्तान को सिर्फ एक ही मसले का हल निकालने की जरूरत है और वह है सीमा पार से आतंकवाद की समाप्ति, तभी सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत हो सकेगी I .
संयुक्त राष्ट्र महासभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने संबोधन में 26 नवंबर को मुंबई में हुए हमले के षड्यंत्रकारियों का जिक्र किया जो पाकिस्तान में आजाद घूम रहे हैं I उन्होंने जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्से पर पाकिस्तान द्वारा अवैध कब्जा किए जाने का भी जिक्र किया I
जानकारी हो कि बुधवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने यहां कश्मीर का मुद्दा उठाया था I नवाज को जवाब देते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि कोई भी यह स्वीकार नहीं कर सकता कि आतंकवाद शासनकला का एक वैध साधन है I पाकिस्तान से पैदा हो रहा आतंकवाद द्विपक्षीय संबंधों के सामान्य होने में बाधक है I उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते I
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मुंबई हमले का भी जिक्र किया और कहा कि जिन लोगों ने घटना की साजिस रची वो पाकिस्तान में आजाद घूम रहे हैं I जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्से पर पाकिस्तान ने अवैध कब्जा किए कर रखा है और वहां पाकिस्तानी सेना लोगों पर अत्याचार कर रही है I
विदेश मंत्री ने कहा कि मुंबई हमलों को लेकर हमारी नाराजगी दुनिया ने साझा की है जिसमें कई देशों के नागरिकों को असहाय स्थिति में बर्बरतापूर्वक मार डाला गया था I इस संबंध में :पाकिस्तान द्वारा: पूर्व में किया गया वादा पूरा नहीं किया गया और हाल ही में सीमापार से आतंकवादी हमले हुए जिसमें सीमा के दूसरी ओर के दो आतंकियों को जिंदा भी पकड़ा गया I
हम सभी जानते हैं कि ये हमले भारत को अस्थिर करने और भारतीय राज्य जम्मू कश्मीर के कई हिस्सों पर पाकिस्तान के अवैध कब्जे को तथा राज्य के शेष हिस्से पर उसके दावे को वैध ठहराने के लिए हैं I उन्होंने कहा कि सदस्य देशों को आतंकवाद का कथित तौर पर समर्थन करने वालों के खिलाफ जांच और उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के अपने दायित्वों को पूरा करना चाहिए I
सुषमा ने कहा कि हम आतंकवाद से जुड़े सभी मुद्दों पर एनएसए स्तर की बातचीत करें और हमारे सैन्य अभियानों के महानिदेशकों की यथाशीघ्र बैठक हो ताकि सीमा पर स्थिति का समाधान हो I अगर जवाब गंभीर और विश्वसनीय है तो भारत द्विपक्षीय वार्ता के जरिये सभी प्रमुख मुद्दों का हल निकालने के लिए तैयार है I