कानपुर। लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में एटीएस व संदिग्ध आतंकी से मुठभेड़ अभी चल ही रही थी कि कानपुर में भी दो आतंकियों को एटीएस ने धर दबोचा। पकड़े गए आतंकियों से कैंट थाने में डीआईजी रेंज के साथ एटीएस के अफसर पूछताछ कर रहे हैं।
सिमी का गढ़ रहे कानपुर को एक बार फिर आतंकी अपने को यहां पर महफूज मान रहे हैं। कानपुर देहात के पुखरायां व रूरा रेल हादसे के दौरान यहीं रूककर आतंकियों ने घटना को अंजाम दिया। मंगलवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन में बम ब्लास्ट मामले में कानपुर कनेक्शन सामने आया।
इसके बाद हरकत में आई एटीएस की टीम ने सटीक सूचना के आधार पर उत्तर प्रदेश के लखनऊ के बाद कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र के तिवारीपुर के जे.के. कॉलोनी ताड़बगिया में एक मकान में घेराबंदी करते हुए छापा मारा। मौके से फैजल व इमरान नाम के संदिग्ध आतंकी को धर दबोचा।
इस बीच लखनऊ में एटीएस ने एक संदिग्ध आतंकी को पकड़ने के लिए मकान में ताबड़तोड़ फायरिंग कर रही है। चकेरी इंस्पेक्टर संतोष सिंह ने बताया कि एटीएस ने संदिग्ध युवकों को पकड़ा है। अब तक जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार फैजल विगत पांच साल से यहां पर रह रहा था।
वह किस मकसद से रह रहा था और कहां का है, जांच की जा रही है और आस-पास के लोगों व कुछ अन्य संदिग्धों पर भी नजर गड़ा दी गई है। डीआईजी कर रहे इंट्रोगेशन पकड़े गए दोनों संदिग्ध आतंकियों को कैंट थाने लाया गया और कड़ी सुरक्षा घेरा तैयार कर डीआईजी रेंज राजेश डी मोदक ने दोनों से पूछताछ शुरू की।
फिलहाल मामले में पुलिस को कोई भी आलाधिकारी कुछ भी बताने से इंकार कर रहा है। उनके मुताबिक इंट्रोगेशन के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उन्हें बताया जाएगा। आर्मी इंटेलीजेंस हुई सक्रिय संदिग्ध आतंकियों के पकड़े जाने की जानकारी मिलते ही आर्मी इंटेलीजेंस के अफसरों के साथ-साथ खुफिया विभाग भी सक्रिय हो गया।
पकड़े गए संदिग्धों से गहन पूछताछ जारी है। गृह मंत्रालय को भी रिपोर्ट भेज दी गई है। आर्मी इंटेलीजेंस सूत्रों की माने तो पुलिस के बाद वह भी आतंकियों से पूछताछ करेंगे जिसके बाद उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देश में बढ़ रही आतंकी साजिशों से पर्दा उठाने में कामयाबी मिलेगी।