नई दिल्ली। किरण बेदी के चुनाव कार्यालय पर सोमवार शाम को पांच दर्जन से ज्यादा लोगों ने हमला करके तोडफोड की। इस हमले में छह जने घायल हुए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमालवर वकीलों की वेशभूषा में थे। किरण बेदी के मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाने के तुरंत बाद से ही दिल्ली में वकीलों में बेदी का विरोध शुरू हो गया है। उन्होंने कुछ दिनों पहले बेदी का पुतला भी फूंका था।
आखिर वकील क्यों है बेदी के विरोध में
यह घटना 1988 की है। जब किरण बेदी उत्तरी दिल्ली की डीसीपी थी। इस दौरान उन्होंने तीस हजारी कोर्ट के वकीलों पर लाठीचार्ज करवाया था। यह मामला इतना तूल पकडा था कि वकीलों ने इसके लिए 90 दिन तक हडताल भी रखी थी। इसके बाद से ही वकील बेदी के विरोध में हैं।