फ्रांस/कुवैत/ट्यूनिश। दुनिया के तीन देशों में रमजान के पवित्र महीने के दौरान जुम्मे के दिन तीन देशों में आतंकी हमले हुए जिनमें 50 से अधिक लोग मारे गये।
इस्लामी आतंकवादियों ने फ्रांस में एक व्यवसायी का सिर कलम कर दिया। वहीं कुवैत में एक शिया मस्जिद में फिदायीन हमला हुआ जिसमें 25 लोग मारे गये।
तीसरी घटना में बंदूकधारियों ने ट्यूनिशिया के सूजे पर्यटक स्थल में एक होटल को निशाना बनाया जिसमें 27 लोग मारे गये। अधिकतर मृतक पर्यटक है।
सबसे पहला हमला फ्रांस, फिर कुवैत और इसके बाद ट्यूनिशिया में हुआ। फ्रांस के ग्रेनोबल में एक फैक्ट्री में दो आतंकियों ने हमला किया है।
आतंकी अरबी में लिखे झंडे लेकर फैक्ट्री में घुसे थे। इन्होंने एक आदमी को बंधक बनाकर उसका सिर कलम कर दिया।
फ्रांस की पुलिस के अनुसार एक हमलावर फेक्रटरी में कर्मचारी था तथा मृतक नियोक्ता था। घटना में दो लोग जख्मी भी हुए हैं।
एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड ने एक हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरा अब तक फरार है और पुलिस इसकी तलाश में जुटी हुई है।
फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद ने कहा है कि ये पूरी तरह आतंकी हमला है और इसमें एक की मौत हुई है। हमले के मद्देनज़र फ्रांस में सुरक्षा खतरे को उच्चतम स्तर पर कर दिया गया है।
वहीं कुवैत की राजधानी कुवैत सिटी में एक शिया मस्जिद में शुक्त्रवार की नमाज के दौरान धमाका हुआ। इस आत्मघाती हमले में 25 लोगों की मौत हो गई।
इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) ने धमाके की जिम्मेदारी ली है। इसके अलावा ट्यूनिशिया में एक पर्यटक होटल पर भी हमला हुआ है। आंतरिक मंत्री ने कहा कि आतंकियों ने दो होटलों पर हमला कर 27 लोगों को मार डाला।
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही फ्रांस की राजधामी पेरिस में चार्ली हेबदो पब्लिकेशन हाउस के दफ्तर पर आतंकियों ने हमला कर 10 पत्रकारों सहित 12 लोगों की हत्या कर दी थी। मरने वालों लोगों में दो पुलिस कर्मी भी शामिल थे।
इसके अलावा फ्रांस के एक युवक ने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ एक स्टोर पर हमला बोलकर चार लोगों की जान ले ली थी। इस युवक की तो मुठभेड़ में मौत हो गई थी, लेकिन उसकी गर्लफ्रेंड तुर्की भागने में कामयाब रही थी।