नई दिल्ली। विश्वकप के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 95 रनों से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। जहां उसका सामना न्यूजीलैंड से होगा।
ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 329 रनों का लक्ष्य दिया था, लेकिन भारतीय टीम 46.5 ओवरों में 226 रनों पर आल आउट हो गयी।
भारत की तरफ से कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने 65 अजिंक्य रहाणे ने 44, शिखर धवन ने 45 रन व रोहित शर्मा ने 34 बनाये। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से फाकनर ने 3, जोश हेजलवुड और स्टार्क ने 1-1व मिशेल जानसन ने 2 विकेट लिया।
इससे पहले स्टीवन स्मिथ (105 रन) और ऐरन फिंच (81) के बीच दूसरे विकेट के लिये 182 रन की बड़ी साझेदारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने कसी हुई गेंदबाजी और अच्छे क्षेत्ररक्षण के बावजूद भारत के खिलाफ गुरुवार को विश्वकप सेमीफाइनल में सात विकेट के नुकसान पर 328 रन का मजबूत स्कोर बना लिया।
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय किया और 50 ओवरों में सात विकेट पर सह 328 रन का मजबूत स्कोर बनाया। टेस्ट कप्तान स्टीवन स्मिथ एक बार फिर अहम साबित हुये और उन्होंने 105 रन की शतकी पारी खेलकर टीम को लड़ने लायक स्थिति में पहुंचाया जबकि ओपनर ऐरन फिंच ने 81 रन की पारी खेली और टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई।
दूसरे विकेट के लिये फिंच और स्मिथ ने 182 रन की बेहतरीन साझेदारी निभाई। विश्वकप नॉकआउट में यह दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले वर्ष 1999 में पाकिस्तान के सईद अनवर और वाजुल्लाह वास्ती ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 194 रन की सबसे बड़ी साझेदारी की थी।
भारत ने शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को रन बनाने से कुछ रोका लेकिन आखिरी ओवरों में शेन वॉटसन ने ताबड़तोड़ 28 रन बटोरे। वॉटसन को हालांकि गेंदबाजों ने फिर देर तक नहीं टिकने दिया और 47वें ओवर में मोहित ने अजिंक्या रहाणे के हाथों बाउंड्री के पास कैच कराकर पवेलियन भेज दिया।
इसके बाद मिशेल जॉनसन मैदान पर आये और उन्होंने केवल नौ गेंदों में नाबाद 27 रन बना डाले। उन्होंने लगातार तीन चौके लगाये।