जम्मू/नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षाबलों से लोगों पर पेलेट गन यानी छर्रे वाली बन्दूक का इस्तेमाल न करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने कश्मीर के लोगों से जवानों पर पथराव न करने की भी अपील की है।
हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी में फैली अशांति के बीच स्थिति का जायजा लेने श्रीनगर के दो दिवसीय दौरे पर गए राजनाथ सिंह ने रविवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार कश्मीर के साथ जरूरतों के संबंध नहीं बल्कि जज्बाती संबंध बनाना चाहती है। उन्होंने सभी लोगों से घाटी में शांति बनाए रखने की अपील की।
राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में कहा है कि आतंकवाद को केंद्र सरकार किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करेगी इसलिए पाकिस्तान आतंक पर अपनी दोहरी नीति बंद करे। कश्मीर के हालातों के लिए पाकिस्तान को एक बार फिर जिम्मेदार ठहराते हुए गृह मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की भूमिका कश्मीर की तरफ ‘पाक’ नहीं है।
पाकिस्तान को कश्मीर के प्रति अपना दृष्टिकोण और रवैया बदलने पड़ेगा। उन्होने कहा कि पड़ोसी देश पाकिस्तान खुद आतंकवाद का शिकार होने के बावजूद हमारे युवाओं को बंदूक उठाने के लिए भड़काता है किन्तु आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सुरक्षा बलों से अधिक से अधिक धैर्य बरतेंने के निर्देश दिए हैं। सिंह ने कहा कि हमले सुरक्षा बलों से लोगों पर पेलेट गन यानी छर्रे वानी बन्दूक का इस्तेमाल से परहेज के निर्देश दिए हैं। साथ ही कश्मीर घाटी के युवाओं से जवानों पर पथराव न करने की अपील की है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी जानकारी के मुताबिक कश्मीर में हुई हिंसा में 2228 पुलिसकर्मी, 1100 केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) जवान और 2259 नागरिक घायल हुए हैं।
केंद्र सरकार घायलों के इलाज के लिए हरसंभव मदद करेगी। राजनाथ सिंह ने बताया कि उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से कहा है कि वह वह पीड़ितों को इलाज के लिए दिल्ली भेज सकती है, उनका इलाज एम्स में होगा।
उन्होंने कहा कि वह कश्मीर में शांति बहाली में आम लोगों और प्रेस से सहयोग की अपील करते हैं। आपसी मतभेद होने पर मिल-बैठकर और बातचीत से सुलझाएं। गृहमंत्री ने कश्मीर के के लोगों से अपील की कि यहां के हालात सुधारने के लिए लोग अपने सुझाव दें। उन्होंने कहा कि कश्मीर में एक बार फिर समान्य स्थिति बहाल हो जाने पर वह पी.चिदंबरम द्वारा दिए गए सुझावों पर गौर करेंगे।
अपने दो दिवसीय दौरे में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने घाटी में 30 से अधिक प्रतिनिधिमण्डलों से मुलाकात की और कश्मीर में उपजी परिस्थितियों की विस्तार से जानकारी ली। साथ ही पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात की जिनके अपने पिछले 15 दिनों में सुरक्षाबलों द्वारा की गई कार्रवाई में घायल हुए हैं।
उन्होंने राज्य प्रशासन के आला अधिकारियों, मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती व राज्यपाल एन एन वोहरा व विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर वर्तमान परिस्थितियों की जानकारी हासिल की।