अयोध्या। लिव इन रिलेशन के तहत शादी का झांसा देकर अबला नारी का दैहिक शोषण करना अन्तत: प्रेमी को घातक साबित हुआ। दिवास्वपन टूटा और अबला नारी सबला बन गई और उसने कथित प्रेमी को मौत के घाट उतर दिया।
मामला धर्म नगरी अयोध्या स्थित बिडला धर्मशाला के कमरा नंबर एक का है। जहां से पुलिस ने प्रेमी के शव को बरामद तथा हत्यारी प्रेमिका को अरेस्ट कर लिया। पीएम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हुई है।
कैली आफ हेल्थ संस्थान में सौरभ मिश्रा और अंजना सिंह नौकरी करते थे दोनों में नयन मटका हुआ और मामला दिल के डगर से गुजरता हुआ जिस्म तक जा पहुंचा। सन् 2009 से दोनों लिव इन रिलेसन के तहत साथ-साथ एकांत वास करने लगे।
अंजना जब भी सौरभ से शादी के लिए कहती तो वो टाल जाता। देहिक और मानसिक शोषण से त्रस्त अंजना ने अन्तिम फैसले के तहत सौरभ को मौत के घाट उतर डाला। सौरभ दूसरे लोक में चला गया और अंजना को महिला थाना के हवालाता में कैद कर दिया गया।
अयोध्या बिड़ला धर्मशाला के कमरा नंबर एक में 31 मई को 28 वर्षीय सौरभ मिश्रा पुत्र महेश मिश्रा निवासी 72 जृग्राति नगर, बदांयू रोड जनपद बरेली अपनी खैराबाद सुल्तानपुर निवासिनी प्रेमिका 25 वर्षीय अंजना के साथ आकर ठहरा।
अंजना सिंह ने एक जून को रात्रि 10.08 बजे समाजवादी एम्बुलेंस को फोन किया और कहा कि उसके साथी ने अपने दाहिने हाथ की नस काट डाली है और हालत गम्भीर है। एम्बुलेंस कर्मी जब धर्मशाला पहुंचे तो सौरभ को मृत पाया तो उसने 100 नबंर पुलिस कंट्र्राेल रूम मोबाइल फोन से जानकारी दी। सूचना पाते ही अयोध्या कोतवल व उच्चाधिकारी मौका ए वारदात पर पंहुची पुलिस ने देखा की सौरभ के हाथ की नस कटी थी तथा खून बह रह है।
अंजना ने पुलिस को बताया की सौरभ ने नस काट कर आत्महत्या कर ली। पुलिस अधिकारी ने शव की गहन जांच किया तो पाया कि मृतक के गले पर रस्सी कसने का गहरा निशान है। प्रथमदृष्टा हत्या की सम्भावना के मददेनजर पुलिस ने अंजना को तत्काल हिरासत में लेकर महिला थाना पूछताछ के लिए ले आए।
पुलिस ने मृतक के घर पर जानकारी दी। पुलिस ने कमरे से शराब की खुली शराब और तीन कंडोम बरामद किए। पुलिस को कोई सुसाइट नोट नहीं मिला। पुलिस ने सौरभ के शव का पोस्टमार्टम कराया तो गलाघोंटकर हत्या की पुष्टि हुई।
मृतक सौरभ का छोटा भाई गौरव मिश्रा सूचना पाकर अयोध्या पहुंचा और एफआईआर दर्ज करने के लिए तहरीर दी। तहरीर में अंजना सिंह, उसके बीज व्यवसायी पिता व भाई तथा तीन अन्य को नामजद किया जिसके आधार पर हत्या का पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
पुलिस का मानना है कि जिस तरह सौरभ को मौत के घाट उतरा गया वह एक अकेली औरत नहीं कर सकती। पुलिस ने अंजना के अलावा किसी अन्य को नहीं पकड़ा हैं। सौरभ और अंजना वर्तमान समय में अवध ग्रामीण संस्थान में कार्यरत थे।