अजमेर। अब रजिस्टर्ड आयुर्वेद और यूनानी डॉक्टर भी मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर सकेंगे। सेंट्रल काउन्सिल ऑफ इंडियन मेडिसन (सीसीएएम) नई दिल्ली की ओर से जारी सर्कुलर में अब इनको भी मेडिकल सर्टिफिकट जारी करने की इजाजत दे दी गई है।
सीसीएएम की असिस्टेंट रजिस्ट्रार शमशान बानो के अनुसार वर्तमान में सरकारी एलोपैथिक डॉक्टर ही प्रमाण पत्र जारी कर सकता है। आदेश 17 सी आईएमसी की धारा 1970 के तहत जारी करते हुए देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य निदेशकों को पत्र लिखा है।
आयुष मेडिकल एसोसिएशन के प्रवक्ता डॉक्टर राकेश पंड्या के अनुसार देश में आयुर्वेद के 305 व यूनानी के 42 मेडिकल कॉलेजों के करीब 3 लाख से ज्यादा आयुष डॉक्टर मरीजों को अब मेडिकल सर्टिफिकेट जारी कर सकेंगे।
इस आदेश से प्रदेश व देश में न सिर्फ सरकारी कर्मचारियों अधिकारियों को राहत मिलेगी, बल्कि निजी संस्थानों में कार्यरत उन लाखों कर्मचारियों को भी सुविधा मिलेगी, जिन्हें मेडिकल लीव के लिए रजिस्टर्ड डॉक्टर के प्रमाण पत्र की जरूरत होती है।