लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म खां ने विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली करार हार पर कहा है कि यह जनादेश मुसलमानों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव लोकत्रांतिक मूल्यों पर नहीं हुआ और ना ही लगा कि यह धर्मनिरपेक्ष देश में हो रहा चुनाव है।
उन्होंने कहा कि चुनाव में कहा गया कि कमल चाहिए या कुरआन, श्मशान चाहिए या कब्रिस्तान, ईद पर बिजली चाहिए या दिवाली पर। उन्होंने कहा कि एक ऐसा दर्द है दिल पर, जिसका बयान नहीं कर सकते।
आज़म ने एक इन्टरव्यू में कहा कि न जाने कितनी सत्ता हमारे सामने आई और चली गईं, लेकिन ऐसा एहसास नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इस बार पॉवर बदली तो दिल में दर्द बैठ गया और यह मेरे अकेला का नहीं, न जाने कितने करोड़ लोगा का दिल बहुत ही खौफ के माहौल में है।
सपा नेता ने कहा कि चुनाव के दौरान कहा गया कि मोदी-मोदी कहना होगा या पाकिस्तान में रहना होगा। उन्होंने कहा कि हम कहा जाएं, देश निकाला कहां होगा, यह तो पीएम मोदी जी तय करके बताएंगे।
आज़म ने अभी तक किसी दल को भारतीय जनता पार्टी की तरह बहुमत नहीं मिलने के सवाल पर कहा कि जो इतिहास में नहीं हुआ वह हुआ, इसीलिए उंगली उठ रही है। उन्होंने भाजपा को विभिन्न क्षेत्रों में मिले वोटों पर कहा कि उन जगहों पर वोट निकले हैं, जहां से निकलना नहीं चाहिए।
इलेक्शन कमीशन ने 52 प्रतिशत वोट कहा तो गिनती में 62 फीसदी वोटिंग आई। अगर 62 वोट भी कहीं गिनती से ज्यादा हैं, तो यह इलेक्शन इनवैलिड है। आज़म ने कहा कि ऐसे बहुत उदाहरण सामने आए हैं। चीजे सामने आ रही हैं।
राजनीतिक दलों ने अपनी बेचैनी और परेशानी का इज़हार कर दिया है। बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी ने बकायदा इस लड़ाई को आगे ले जाने की ठान ली है। उन्हें जनता का समर्थन भी मिल रहा है।