मुंबई। बॉलीवुड में प्रीति जिंटा एक ऐसी अभिनेत्री के तौर पर शुमार की जाती है जिन्होंने अपनी चुलबुली अदाओं से लगभग दो दशक से सिनेप्रेमियों को अपना दीवाना बनाया है।
31 जनवरी 1975 को हिमाचल प्रदेश के शिमला में जन्मी प्रीति ने अपने कैरियर के शुरूआती दौर में विज्ञापन फिल्मों में काम किया। प्रीति ने बॉलीवुड में अपने कैरियर की शुरूआत वर्ष 1998 में प्रदर्शित मणिरत्नम की फिल्म दिल से से की। इस फिल्म के लिए प्रीति को फिल्मफेयर की ओर से सर्वश्रेष्ठ डेब्यू अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया।
वर्ष 1998 में प्रीति की एक और फिल्म सोल्जर प्रदर्शित हुई। इस फिल्म में प्रीति के अपोजिट बॉबी देओल थे। सस्पेंस थ्रिलर पर आधारित इस फिल्म में प्रीति और बॉबी देओल की जोड़ी को दर्शको ने बेहद पसंद किया। सोल्जर टिकट खिडक़ी पर सुपरहिट साबित हुई।
वर्ष 2000 में प्रदर्शित फिल्म क्या कहना प्रीति जिंटा के कैरियर के लिए अहम फिल्म साबित हुई। इस फिल्म से पहले लोगों की धारणा थी कि प्रीति केवल चुलबुले किरदार निभा सकती है लेकिन इस फिल्म में प्रीति ने संजीदा अभिनय कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस फिल्म के लिए प्रीति सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिए नामांकित की गईं।
वर्ष 2001 में प्रदर्शित फिल्म दिल चाहता है प्रीति जिंटा के कैरियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में से एक है। इस फिल्म से फरहान अख्तर ने बॉलीवुड में बतौर निर्देशक अपनी शुरूआत की थी। तीन दोस्तों पर आधारित इस फिल्म में प्रीति के अपोजिट आमिर खान थे। इस फिल्म में प्रीति और आमिर खान की जोड़ी को दर्शकों ने बेहद पसंद किया।
वर्ष 2003 प्रीति के कैरियर के लिए महत्वपूर्ण वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उनकी फिल्म कल हो ना हो और कोई मिल गया जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुई। कल हो ना हो के लिए प्रीति सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित की गईं, वहीं कोई मिल गया के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्मफेयर पुरस्कार से नामांकित किया गया।
वर्ष 2004 में प्रदर्शित फिल्म वीरजारा प्रीति के कैरियर की उल्लेखनीय फिल्मों में शुमार की जाती है। यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में प्रीति जिंटा और शाहरूख खान की जोड़ी एक बार फिर से पसंद की गयी।
वर्ष 2005 में प्रदर्शित और लिव इन रिलेशनसिप पर आधारित फिल्म सलाम नमस्ते के जरिए प्रीति ने एक बार फिर से अपने दमदार अभिनय से दर्शकों को दीवाना बना दिया। वर्ष 2006 में प्रदर्शित फिल्म कभी अलविदा ना कहना प्रीति के कैरियर की अंतिम सुपरहिट फिल्म साबित हुई।
वर्ष 2009 में प्रदर्शित फिल्म मैं और मिसेज खन्ना में प्रीति ने कैमियो किया। इसके बाद उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से किनारा कर लिया। वर्ष 2013 में प्रदर्शित अपनी निर्मित फिल्म इश्क इन पेरिस के जरिए प्रीति ने वापसी की लेकिन यह फिल्म सफल नहीं रही।