कानपुर। कानपुर शहर की साउथ सिटी में दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। साउथ के ‘मौत के चैराहे’ (यशोदानगर बाईपास) पर परीक्षा देने जा रहे बाइक सवार बीए के छात्र को टक्कर मार दी। दुर्घटना में छात्र की मौके पर ही मौत हो गई।
छात्र का शव काफी देर तक चौराहे पर ही पड़ा रहा। छात्र के मौत की खबर जब उसके घर पहुंची तो कोहराम मच गया। वहीं पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बाबूपुरवां थाना क्षेत्र के बगाही निवासी छात्र अश्वनी राठौर (19) बीए का छात्र था। सुबह पाली में वह परीक्षा देने के लिए बिधनू के एक डिग्री कालेज जाने के लिए घर से निकला। यशोदानगर बाईपास चैराहे पर पहुंचते ही सामने से आ रही तेज रफ्तार वैन ने अश्वनी की बाइक में टक्कर मार दी।
वैन की टक्कर से अश्वनी उछलकर काफी दूर जा गिरा। हादसे के बाद वैन का चालक तेज गति से गाड़ी लेकर भाग निकला। सुबह का वक्त होने की वजह से चैराहे पर भीड़ कम थी। काफी देर तक तड़पने के बाद छात्र ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
राहगीरों की सूचना पर पहुंची नौबस्ता पुलिस ने गाड़ी के कागजातों के आधार पर छानबीन कर सूचना परिजनों को दी। अश्वनी के मौत की खबर परिजनों को लगी तो घर में कोहराम मच गया। परिवार के लोग रोते-बिलखते दुर्घटनास्थल पर पहुंचे।
मौके पर पहुंचे एसओ राजदेव प्रजापति का कहना है कि स्थानीय लोगों व सीसीटीवी के जरिए टक्कर मारने वाली वैन का नंबर पता किया जा रहा है ताकि चालक की तलाश की जा सकी है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
हर माह बढ़ रही दुर्घटना, बढ़ रही मौतों का आकड़ा
स्थानीय लोगों के मुताबिक मौत के लिए बदनाम हो चुके यशोदानगर बाईपास चैराहे पर महीने में आधा दर्जन से अधिक बड़े हादसे होते हैं। कई बड़े हादसों में तो यहां पूरा का पूरा परिवार ही मौत के आगोश में समा चुका है, लेकिन इन सब के बाद भी प्रशासन व ट्रैफिक विभाग की ओर से कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे है। ताकि इन हादसों को रोका जा सके।
कई बार स्थानीय लोगों ने चैराहे से पहले चारों ओर सड़कों पर बड़े ब्रेकर बनवाने की मांग की, लेकिन अधिकारियों ने कोई सुनवाई नहीं की। स्थानीय लोगों का कहना है कि व्यस्त चैराहा होने के बाद भी यहां से भारी वाहन के चालक काफी तेज गति से गाड़ी भगाते हैं कई बार तो चालक ट्रैफिक पुलिस वालों द्वारा वसूली से बचने के लिए गाड़ी भगाने लगते हैं जो बाद में हादसे का सबब बन जाता है।