भोपाल। पूर्व मंत्री बाबूलाल गौर इन दिनों दिल्ली यात्रा पर हैं। हालांकि गौर ने अपने दिल्ली आने की वजह एक सार्वजनिक उपक्रम की बैठक में भाग लेना बताया है। लेकिन राजनीतिक जानकारी गौर की इस दिल्ली यात्रा के अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं और इस बारे में कयास लगना भी शुरू हो गए हैं।
मंत्री पद से हटाए जाने के बाद लगातार अपने बयानों से भाजपा और शिवराज सरकार के लिए परेशानी पैदा कर रहे वरिष्ठ विधायक बाबूलाल गौर राजधानी दिल्ली में हैं। उनकी दिल्ली यात्रा को कुछ लोग पार्टी हाईकमान के सामने अपना पक्ष रखने की कवायद मान रहे हैं।
अपनी टिप्पणियों से प्रदेश सरकार के लिए परेशानी खड़ी करने वाले गौर ने मानसून सत्र के दौरान भी कई बार सरकार के लिए दिक्कतें पैदा की। माना जा रहा है कि पार्टी के प्रदेश संगठन ने गौर के इस व्यवहार की शिकायत केंद्रीय नेतृत्व से की है।
ऐसा मानने वाले लोगों का कहना है कि जैसे ही गौर को प्रदेश संगठन की इस कार्रवाई की भनक लगी, वे दिल्ली रवाना हो गए हैं, ताकि पार्टी हाईकमान के सामने अपना पक्ष रख सकें। प्रदेश संगठन का मानना है कि गौर अनुशासन की लक्ष्मण रेखा को बार-बार पार कर रहे हैं।
लोगों का यह भी कहना है कि इस मामले को लेकर संगठन नेताओं ने प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे से भी चर्चा की है। साथ ही गौर के बयानों से संबंधित अखबारों की कटिंग राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और संगठन महामंत्री रामलाल को भी भेजी गई है।
इधर, पूर्व मंत्री बाबूलाल गौर ने इस तरह के कयासों को खारिज करते हुए कहा है कि मैं गोविंदपुरा क्षेत्र से विधायक हूं और इस नाते बीएचईएल से जुड़ी एक बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली आया हूं। उन्होंने कहा कि मुझे प्रदेश संगठन की किसी शिकायत की जानकारी नहीं है, हां, अगर समय मिला तो वरिष्ठ नेताओं से मिलने जरूर जाऊंगा।