नई दिल्ली। नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में तीन सालों से जोधपुर की जेल में बंद आसाराम की जमानत अर्जी पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट के जज आरके अग्रवाल ने खुद को अलग कर लिया है।
अब दूसरी बेंच उनके मामले पर 27 जनवरी को सुनवाई करेगी। आसाराम की अंतरिम जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान गुजरात सरकार ने कहा था कि आसाराम के खिलाफ सूरत मामले में ट्रायल छह माह में खत्म हो सकता है।
आसाराम ने याचिका दायर कर कहा था कि उनकी सेहत लगातार खराब हो रही है इसलिए दिल्ली के एम्स में इलाज कराने की अनुमति दी जाए। कोर्ट ने पिछली सुनवाई में आसाराम का इलाज जोधपुर स्थित एम्स में कराने का आदेश दिया था।
इसी आदेश पर आसाराम ने संशोधन की मांग की है। आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त, 2013 को गिरफ्तार किया था और तभी से वह जेल में है।
एक किशोरी ने आसाराम पर आरोप लगाया था कि उन्होंने जोधपुर के निकट स्थित मनाई गांव में बने आश्रम में उसका यौन उत्पीड़न किया था।