नई दिल्ली। भावुकता से भरे एक सन्देश में बलूचिस्तान की महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से रक्षा बंधन के अवसर पर उन्हें अपना भाई मानकर उनसे सहायता मांगी है और पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उनकी आवाज बनने की अपील की है।
बलूचिस्तान छात्र संगठन एवं महिला ब्लूच कार्यकर्त्ता करीमा बलोच ने एक विडियो सन्देश में प्रधानमंत्री मोदी से कहा है कि ब्लूच महिलाएं उन्हें अपना भाई मानती हैं और इस नाते रक्षा बंधन के अवसर पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से उनकी रक्षा करने का आग्रह करती हैं।
लगभग दो मिनट के विडियो सन्देश में करीमा बलोच ने कहा है कि बलूचिस्तान में ऐसे कितने ही भाई लापता हैं या पाकिस्तान सेना के हाथों मारे गए हैं जिनकी राह बलूचिस्तान की बहनें आज भी तक रहीं हैं। उनमें से बहुत सारे भाई कभी भी लौट कर न आएं और उन बहनों का इंतेजार कभी भी ख़त्म ही न हो।
करीमा बलोच ने कहा कि इस दिन (रक्षा बंधन) के हवाले से हम आपसे यह कहना चाहते हैं कि बलूचिस्तान की बहनें आपको भाई मानते हुए आपसे यह उम्मीद रखतीं हैं कि वह बलूच नरसंहार और मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बलूचिस्तान को लोगों की आवाज़ बनेंगे और उन बहनों की भी आवाज़ बनेंगे जिनके भाई लापता हैं।
करीमा बलोच ने अनुरोध किया कि वह अपनी जंग खुद लड़ेंगे, प्रधानमंत्री मोदी केवल उनकी आवाज़ बनें और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उनकी आवाज़ को उजागर करें।
उन्होंने कहा कि हम अपनी जंग खुद लड़ेंगे। आप सिर्फ हमारी आवाज़ बन जाएं, उस जंग की आवाज़ बन जाएं और दुनिया के किसी भी कोने में उस आवाज़ को पहुंचाएं। हमें आपसे इतना चाहिए, करीमा बलोच ने कहा।