बालुरघाट। करीब 20 साल पहले कुमारगंज थाना के बासंती गांव निवासी मिजानूर रहमान की मौत हो चुकी है। उसका पिता खालके सरकार और छोटा भाई उरेश कुरानी इसी गांव में रहते हैं। लेकिन मिजानूर का राशन कार्ड और वोटर आई कार्ड लेकर एक बंगालदेशी मुम्बई, दिल्ली आदि शहरों में घूम रहा है।
सोमवार रात को इस बहरूपिया मिल्टन हुसैन(29)को गिरफ्तार किया गया। मिल्टन के पास से बहुत सारे मेमोरी कोर्ड, सीडी पेन ड्राइव, यूएस डॉलर, मोबाईल, किताबें, डायरी आदि सामान मिले है।
पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने भारतीय नागरिकता का प्रमाण के तौर पर वोटर कोर्ड और राशन कार्ड दिखाया। पुलिस को इस वोटर कार्ड के साथ चेहरा न मिलने पर संदेह हुआ।
पुलिस ने कुमारगंज थाना में इस वोटरकार्ड के व्यक्ति के संबंध में पूछताछ की। पुलिस को पता चला कि जिसका यह वोटर कार्ड है, वह 20 साल पहले ही मर चुका है। पुलिस ने बांग्लादेश के दिनाजपुर जिला के निवासी मिल्टन हुसैन और उसके भाई मामूम हुसैन(29) को गिरफ्तार किया।
देश में आईएसआई का नेटवर्क बढने को लेकर इस मामले को पुलिस गंभीर रूप से देख रही है। पुलिस उसके भारत आने के मकसद तथा मृतक के परिवार के साथ उसका कैसा और क्या संबंध है, इसे लेकर भी पूछताछ कर रही है। पुलिस ने पूछताछ के लिए उरेश कुरानी को भी हिरासत में लिया है।
बालुरघाट थाना के आईसी बिपुल बनर्जी ने बताया कि अभियुक्त को मंगलवार को बालुरघाट अदालत में पेश किया गया। न्यायाधीश ने उसे दो दिन के पुलिस रिमांड में भेजने का निर्देश दिया है।
बासंती गांव के निवासी उरेश के घर में मिल्टन रहता था। अवैध रूप से बांग्लादेशी नागरिक को आश्रय देने के जुर्म में उसपर भी मामला दर्ज किया गया है। उसपर धारा ४६८, 420बी और 417 सहित विभिन्न धाराएं लगाई गई है।