बेंगलुरु। तीन संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिकों को शहर में फर्जी भारतीय पहचान पत्र व जाली पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में दो महिलाएं हैं।
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त प्रवीन सूद ने संवाददाताओं से कहा कि संदिग्ध पाकिस्तान के कराची से हैं। इनकी पहचान काशिफ शमशुद्दीन (30) उसकी पत्नी किरन गुलाम अली (25) व दूसरी महिला समीरा अब्दुल रहमान (25) के रूप में की गई है।
एक भारतीय मोहम्मद सिहाद (30) को पड़ोसी राज्य केरल के कोच्चि से उनके साथी के तौर पर गिरफ्तार किया गया है। वह समीरा का पति है।
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शहर पुलिस की अपराध शाखा ने आरोपियों को एक गुप्त सूचना के बाद शहर के दक्षिण पश्चिम उपनगर से छापेमारी के बाद एक किराए के घर से गिरफ्तार किया।
सूद ने कहा कि प्राथमिक जांच से पता चलता है कि पाकिस्तानी संदिग्धों ने भारतीय नागरिक के तौर पर जाली आधार कार्ड व वोटर कार्ड बनवा लिया था।
इनसे पूछताछ करने पर पुलिस ने पाया कि सिहाद ने समीरा से दो साल पहले खाड़ी क्षेत्र के कतर में काम करने के दौरान शादी कर ली थी। हालांकि, उसके माता-पिता ने इस शादी को लेकर विरोध जताया था।
यह तीनों पाकिस्तानी एक साल पहले काठमांडू से भारत-नेपाल सीमा पार कर बिहार के पटना पहुंचे। वह ओमान के मस्कट से कतर के रास्ते नेपाल आए थे।
सूद ने कहा कि हमें यह भी पता चला है कि आरोपी शहर में बीते नौ महीने से जाली दस्तावेजों के सहारे रह रहे थे। इन दस्तावेजों को स्थानीय एजेंटों के जरिए बनवाया गया था। इन आरोपियों के खिलाफ पासपोर्ट एक्ट व फारेनर्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सूद ने कहा कि हम सभी पाकिस्तानी उच्चायोग को सूचित करने सहित औपचारिकताएं पूरी करेंगे और उनकी शहर में मौजूदगी को लेकर जांच के लिए उन्हें एक स्थानीय अदालत में रिमांड पर लेने के लिए पेश किया जाएगा।