ढाका। पिछले सप्ताह बांग्लादेश की राजधानी ढाका में गुलशन क्षेत्र के रेस्तरां पर आतंकवादी हमले और उसमें 20 लोगों के मारे जाने की घटना के बाद बांग्लादेश सरकार ने कट्टरपंथी विचारों का प्रचार करने वाली सोशल मीडिया की साइटों पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार का कहना है कि इन साइटों से युवकों को चरमपंथी बनाया जा रहा है।
बांग्लादेश के टेलीकॉम रेगुलेटर शाहजहां महमूद ने बताया कि सोशल मीडिया पर चरमपंथी विचारों का प्रचार कर युवकों को कट्टरपंथी बनाया जा रहा है। महमूद ने कहा कि ढाका के रेस्तरां पर हमला और इस संबंध में किया गया प्रचार हमारे लिए आंखें खोल देने वाली घटनाएं है।
उन्होंने बताया कि बांग्लादेश टेलीकम्युनिकेशन रेगुलेटरी कमीशन ने यू-टयूब को निर्देश दिया है कि वह चरमपंथी प्रचार वाला वीडियो अपनी साइट से हटा दें। इसमें कट्टरपंथी प्रचारक जसीमुद्दीन रहमानी के भाषण का वीडियो भी शामिल है। इस भाषण के लिए दिसम्बर में उसे पांच वर्ष की सजा दी गई थी।