राजशाही। बांग्लादेश के राजशाही में एक घर को सुरक्षा बलों द्वारा घेरे जाने के बाद सोमवार तड़के एक ही परिवार के आठ सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया।
इन सभी के आतंकवादी संगठन नियो जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (नियो जेएमबी) से जुड़े होने का शक है। जमात-उल-मुजाहिदीन (जेएमबी) बांग्लादेश में संचालित एक इस्लामी आतंकवादी संगठन है।
गिरफ्तार हुए लोगों की पहचान रमजान अली, उसकी पत्नी आयशा बेगम, उसके बेटों इब्राहिम हुसैन और इसराफिल हुसैन, बेटी हावा खातून, दो बहुओं मोरजिना खातून और हारिसा खातून और दामाद रबिउल इस्लाम के रूप में हुई है।
समाचार पत्र द डेली स्टार ने पुलिस के हवाले से बताया कि सुरक्षा बलों ने रमजान अली के परिवार के लोगों के आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने की सूचना पर तानौर उपजिले में स्थित उनके घर को रविवार रात 11 बजे के आसपास घेर लिया।
बोगरा के पुलिस अधीक्षक असदुज्जमान ने कहा कि राजशाही पुलिस के साथ बोगरा की आतंकवाद-रोधी इकाई की टीम द्वारा अभियान चलाए जाने के बाद आठों संदिग्धों ने चार बच्चों के साथ टीम के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
सुरक्षा बलों ने उनके घर से दो आत्मघाती जैकेट, एक पिस्तौल, गोलियां और एक मैगजीन को बरामद किया।
रमजान गौरांगीपुर सरकारी प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक, इब्राहिम उर्वरक व्यापारी, इसराफिल होम्योपैथिक चिकित्सक और रबीउल बढ़ई है।
राजशाही के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुमित चौधरी ने समाचारपत्र ढाका ट्रिब्यून को बताया कि परिवार आस-पड़ोस के लोगों से खुद को अलग-थलग रखता था और ईद की नमाज भी घर पर ही पढ़ता था।
राजशाही के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने द डेली स्टार से इस बात की पुष्टि की है कि हिरासत में लिए गए परविार के सदस्य ‘नियो जेएमबी’ संगठन से जुड़े हुए हैं।