मनामा। बहरीन में बांग्लादेशियों की समस्याओं के समाधान होने तक मनामा स्थित देश के दूतावास ने अपने नागरिकों को वहां काम करने की अनुमति देने पर अस्थाई रोक लगाने की घोषणा की है।
मीडिया रिपोर्टो के अनुसार यह निर्णय गत 1 मार्च से लागू होगा, क्योंकि बहरीन में बांग्लादेशियों के अधिकारों का हनन होता है। बांग्लादेशियों के हितों की सुरक्षा के लिए बहरीन के प्राधिकारियों से समझौता होने के बाद यह प्रतिबंध हटा लिया जाएगा।
दूतावास के एक अधिकारी ने समाचार पत्र से कहा कि दूतावास को बांग्लादेशियों से प्रतिदिन 50 शिकायतें मिली रही थीं जिनमें अधिकांश समय पर वेतन नहीं देने से संबंधित थीं। दूतावास के अनुसार, बहरीन में 180,000 बांग्लादेशी काम करते हैं जिनमें 50,000 अवैध श्रमिक हैं।
अधिकारियों ने पुष्टि की की बहरीन में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी श्रमिक बेघर हैं जो सड़क और सार्वजनिक स्थानों पर सोते हैं। उल्लेखनीय है कि प्रतिबंध कोई पहली बार नहीं लगाया गया है।
इन्हीं कारणों से साल 2015 में भी दूतावास ने कार्य करने की अनुमति देने की प्रक्रिया निलंबित कर दी थी, जबकि साल 2008 में काम को लेकर हुए विवाद में एक बांग्लादेशी नागरिक की हत्या के बाद बहरीन सरकार ने बांग्लादेशियों को कार्य परमिट देना निलंबित कर दिया था।
बहरीन के विनिर्माण क्षेत्र में बांग्लादेशी श्रमिकों की काफी मांग है, क्योंकि कार्य के प्रतिकूल माहौल में वे कम वेतन में काम करने में सक्षम हैं।