ढाका। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख खालिदा जिया को करीब दो अरब डॉलर के भ्रष्टाचार के एक मामले में अदालत में समर्पण करने के बाद आज जमानत मिल गई।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2007 के इस मामले में सुनवाई से बचने के लिए जिया ने सभी कानूनी विकल्पों को खंगालने के बाद सोमवार को समर्पण कर दिया। यह मामला जिया के कार्यकाल 2001-2006 के दौरान एक बड़े गैस क्षेत्र का ठेका कनाडा की निको रिसोर्सेज कंपनी को देने के संबंध में है। इस ठेके के एवज में जिया पर दलाली लेने का आरोप है, जिससे सरकारी खजाने को 1.78 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।
अभियोजक मुशर्रफ हुसैन काजोल ने बताया कि न्यायाधीश मोहम्मद अमीनुल इस्लाम ने उनके समर्पण के बाद उन्हें जमानत दे दी लेकिन उन्हें 28 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा जिस दिन अभियोग पर सुनवाई होगी।
उन्होंने बताया कि 70 वर्षीय जिया ने उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल कर अपने खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामले को रद्द करने का आग्रह किया था, जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया था। इसके बाद जिया आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर हुईं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुराने ढाका में अदालत परिसर के आसपास पुलिस और रैपिड एक्शन बटालियन की चाक चौबंद सुरक्षा के बीच जिया आईं। उनके साथ बीएनपी समर्थक वकील भी थे जो उनका बचाव कर रहे थे।
उच्च न्यायालय ने नौ जुलाई वर्ष 2008 में मामले की सुनवाई पर रोक लगाते हुए एक व्यवस्था दी थी। इससे पहले जिया ने एक याचिका दाखिल की थी। उच्च न्यायालय की व्यवस्था को सर्वोच्च न्यायालय ने बरकरार रखा था।
वहीं, खालिदा ने कहा कि उनके खिलाफ चल रहे सभी मामले राजनीति से प्रेरित हैं। वह वर्ष 1991 से 1996 तक और वर्ष 2001 से 2006 तक दो बार देश की प्रधानमंत्री रहीं हैं।