बाडमेर/जोधपुर। जहरीली शराब दुखान्तिका मामले म़े पुलिस ने मुख्य आरोपी मोहन सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मोहनसिंह के अन्य साथियों की तलाश में जुटी हुई है। गिरफ्तार आरोपी से पुलिस गहन पूछताछ कर रही है। पूछताछ में पुलिस ने कई खुलासे होने की संभावना जताई है ।
पुलिस ने बुधवार को अवैध शराब की फैक्ट्री पकडी थी। पुलिस का मानना है कि इसी शराब के पीने से मौतें हुई हैं। जहरीली शराब पीने से अब तक 14 मौतें हो चुकी हैं जिनमें तीन सीमा सुरक्षा बल के जवान भी शामिल हैं। बताया जाता है कि यह शराब मोहन सिंह से ही खरीदी थी। मौतों का सिलसिला शुरू होते ही मोहनसिंह व उसके साथी फरार हो गए थे।
बाड़मेर में जहरीली शराब के बाद बड़ी संख्या में हुई मौतों के बाद चेती पुलिस के हाथ बुधवार तडक़े पहली बड़ी कामयाबी हाथ लगी थी। पुलिस ने जैसलमेर जिले के झिझनियाली गांव में अवैध शराब बनाने की एक फैक्ट्री पर दबिश देकर सात सौ लीटर स्प्रिट सहित बड़ी मात्रा में तैयार शराब बरामद की। यहां से इम्पैक्ट ब्रांड की शराब बड़ी मात्रा में मिली है। इसी शराब को बाड़मेर में लोगों की मौत का कारण माना जा रहा है। यह शराब की फैक्ट्री देवीसिंह की है जिसे पुलिस तलाश कर रही है।
पुलिस की दबिश के बाद आरोपी भाग गए थे। बाड़मेर, जोधपुर और जैसलमेर में आबकारी व पुलिस के दो सौ जवान फरार आरोपियों की तलाश में जुटे हुए हैं। पुलिस जगह जगह छापे मार रही है।
राजस्व मंत्री चौधरी मिले मरीजों से
बाड़मेर जिले में पिछले तीन दिनो में जहरीली शराब से हुई 14 लोगों की मौत के बाद राजस्थान सरकार ने इस मामले में को गंभीरता से लिया है और इसी कड़ी में गुरुवार सुबह राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी बाड़मेर पहुंचे।
उन्होंने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे मामले की जानकारी ली साथ ही अधिकारियों को अवैध शराब माफियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इसके बाद राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी बाड़मेर जिला मुख्यालय स्थित राजकीय अस्पताल पहुंचे और अस्पताल में जहरीली शराब के सेवन के बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों से कुशलक्षेम पूछी और अस्पताल प्रशासन को बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए।
वहीं राजस्व मंत्री के अस्पताल दौरे के दौरान सडक़ हादसे में पूरी तरह से चोटिल मासूम को मुस्कुराता देखकर राजस्व मंत्री सहित जिला कलेक्टर और एसपी दंग रह गए और मासूम के पास पहुंचकर मासूम की हिम्मत को दाद दी।