जयपुर। राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने बाडमेर में जहरीली शराब से मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए इस मामले के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार को जिमेदार ठहराया है।
पायलट ने एक बयान जारी कर कहा कि देशी शराब बनाने वालों पर निगरानी का अभाव है तथा अवैध रूप से तस्करी के माध्यम से आने वाली शराब पर भी किसी प्रकार का कोई सख्त प्रतिबंध नहीं है जिसके परिणामस्वरूप बाड़मेर में अब तक 13 लोग मारे जा चुके हैं और लगाग 32 लोग अस्पताल में जिन्दगी व मौत के बीच जूझ रहे हैं।
पायलट ने कहा कि भाजपा के राज में शराब को प्रोत्साहन देने की परंपरा रही है। प्रदेश के आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली के खिलाफ कई बार प्रदेश की पुलिस भी नाराजगी व्यक्त कर चुकी है, परन्तु राजस्व के लालच में सरकार अनियमितता को नजरअंदाज कर रही है।
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस शासनकाल के दौरान आबकारी नीति के प्रावधानों की सती से अनुपालन हो इसे सुनिश्चित किया गया था और देशी शराब को हतोत्साहित करने के लिए नवजीवन योजना लागू की गई थी। इसी प्रकार जहरीली शराब के कारण होने वाले हादसों के लिए क्षेत्र विशेष के आबकारी विभाग सहित सपूर्ण प्रशासनिक अमले की जवाबदेही सुनिश्चित की गई थी।
उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि 13 लोगों के मारे जाने के बाद भी सरकार के स्तर पर लीपापोती करने के कुप्रयास के तहत निचले स्तर के प्रशासनिक कर्मचारियों पर गाज गिराकर उच्च पदस्थ लोगों को बचाया जा रहा है जबकि संपूर्ण निगरानी की जिम्मेदारी आबकारी विभाग के अधिकारियों के साथ ही बाडमेर के पुलिस व प्रशासन की है।
पायलट ने इस सपूर्ण प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए अवैध शराब की तस्करी पर निगरानी करने में बरती गई कोताही के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार से अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए कहा है।