जयपुर/जोधपुर। बसंत ऋतु आगमन के साथ ही बुधवार को प्रदेश के मंदिरों और स्कूलों में कई आयोजन हुए। सर्द हवा के बीच बसंत ऋतु का आगमन कुछ अलग हटकर रहा।
सुबह धुंध और ठंडी हवा से कुछ परेशानी जरूर हुई मगर इसका स्वागत जोर शोर हुआ। राजधानी समेत प्रदेश के प्रत्येक शहरों और कस्बों, गांवों में बसंत महोत्सव के तहत बुधवार को कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
शहर की स्कूलों में बच्चों ने जहां पीत वस्त्र धारण कर स्कूल गए, वहीं महिलाओं ने भी पीले वस्त्र धारण कर इसका स्वागत किया। दो तीन दिन से कम हुई सर्दी का असर हालांकि बसंत ऋतु के आगमन के साथ सर्द हवा चली। इससे कुछ परेशानी भी हुई।
सूर्यदेव अपनी चमक पर रहे। आसमां साफ रहा, मगर तेज सर्द हवा ने ठंड का अहसास बनाए रखा। सुबह कोहरा नजर आया तो ठंडी हवा से कंपकंपी भी बनी रही। बसंत पंचमी पर नए प्रतिष्ठानों के मुहूर्त संपन्न हुए। शाम को सामूहिक विवाह समारोह भी होंगे।
स्कूलों में बच्चों ने मां सरस्वती की पूजना अर्चना के साथ ही कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए। गायत्री पीठ पर बसंत पंचमी पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर मां सरस्वती की पूजा की गई।
कई संगठनों ने भी बसंत के आगमन के साथ मंदिरों ने आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में पुष्प वर्षा की। बाग बगीचों में पीले फूल खिलते देखे गए। बसंत ऋतु आगमन से सर्दी से निजात मिलने की संभावना बलवती होती देखी जाती है।
जयपुर में गायत्री शक्तिपीठ पर बसंत पर्व पर विभिन्न कार्यक्रम हुए। इस दौरान मां सरस्वती का पूजन कर गायत्री शक्तिपीठ पर बसंत पंचमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। सुबह से लेकर शाम तक अखंड जाप का आयोजन शुरू हुआ।
सुबह आठ बजे से गायत्री शक्तिपीठ पर पांच कुंडीय यज्ञ के साथ विभिन्न संस्कार शुरू हुए। जिसमें दीक्षा संस्कार, मुंडन संस्कार, विधारंभ संस्कार, विवाह संस्कार, पुंसवन संस्कार, नामकरण संस्कार, जन्मदिन संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार आदि हो रहे हैं।
जोधपुर में किला रोड स्थित श्रीरिक्तेश्वर भैरूनाथ मंदिर में बुधवार सुबह सामूहिक यज्ञोपवित संस्कार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अष्ठ महालक्ष्मी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा भी की गई।
पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी समिति की ओर से के.एन. कॉलेज के पास सरस्वती का पूजन किया गया। उत्तर पश्चिम महिला मंडल की ओर से रेलवे इंस्टीट्टूयट स्थित मंडल कार्यालय में बंत महोत्सव मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान कई प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।