जगदलपुर। जगदलपुर के स्थानीय पुराना बस स्टैण्ड के करीब जब दर्जनों जवान नारेबाजी कर पुतला दहन करने लगे तो यकायक किसी को यकीन ही नहीं हुआ कि यह वही जवान हैं जो पुतला दहन रोकने हर संभव प्रयास करते हैं।
जिन पांच लोगों का पुतला दहन किया गया उनमें सुकमा के मनीष कुंजाम के अलावा दिल्ली के लीगल एड व सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं।
पुतला दहन करने से पहले जमकर नारेबाजी कर रहे सहायक आरक्षकों ने बताया कि बस्तर में माओवादियों ने क्षेत्र के हजारों बेगुनाह आदिवासियों की हत्या की है और विकास को अवरूद्ध किया है। ये लोग प्रशासन और न्यायिक व्यवस्थाओं को पूरी तरह से नकारते हैं, जो प्रजातंत्र के खिलाफ है।
मौके पर मौजूद दर्जनों सहायक आरक्षकों ने कहा हम है बस्तर के मूल आदिवासी हैं और हम लोग नक्सलियों से बस्तर की सुरक्षा के लिए फोर्स ज्वाईन कर सुरक्षा बल में भर्ती हुए हैं।
नंदनी सुंदर, बेला भाटिया, हिमाशुं कुमार, सोनी सोढ़ी व मनीष कुंजाम जैसे लोग नक्सली सर्मथक हैं तथा पुलिस बल को बदनाम करते हैं। मुख्यालय मे जवानों द्वारा इस तरह का प्रदर्शन पहली बार लोगों ने देखा।
वही स्थानीय बस स्टैण्ड मे रैली के बाद पुतला दहन करते हुए जवानों ने जमकर नारेबाजी भी की। उन्होंने कहा कि नन्दनी सुंदर, हिमांशु कुमार, बेला भाटिया, सोनी सोडी, एवं मनीष कुंजाम नक्सलियों को सहयोग करते है। नक्सलियों से मिल कर पैसा वसूली में लगे हुए है।
नक्सलियों के पैसे से पलने वाले ये लोग बस्तर को खोखला कर रहे है। नन्दनी सुंदर झूठा पत्रकार बनकर फर्जी नाम से बस्तर आती है और गांव वालो को प्रशासन के खिलाफ भड़काती है।
जवानों ने कहा कि ये लोग माननीय न्यायालय में गलत तथ्य रखकर गुमराह करने का प्रयास करती है ताकि नक्सलियों के द्वारा वसूली की गई, मोटी रकम उन्हें मिलती रहे। जबकि हम लोग बस्तर के स्थानीय लोग हैं।
हम लोग किसी के दबाव में काम नहीं करते बल्कि यहां के लोगों की रक्षा करने का कार्य करते है। यह लोग हम लोगों का मनोबल गिराने का प्रयास करते है। ताकि हम लोग और यहां के स्थानीय आदिवासी नक्सलियों के हाथों मारे जाते रहे, जिससे नक्सलियों के द्वारा वसूली की गई रकम बढ़ती रहे ताकि इन लोगो को नक्सलियों द्वारा मिलने वाली रकम और बढ़ती रहे।
जवानों ने कहा कि सुरक्षा बलों के खिलाफ झूठी बातें बताते है कि हम लोगों ने आदिवासियों के घर जलाए, बलात्कार किया, लोगों को मारा आदि मनगढ़ंत कहानी बताते हैं ये झूठी बातें बोल कर हमारा मनोबल गिरा कर नक्सलियों को ताकत देते है।
ये लोग देश और बस्तर के दुश्मन एवं गुनाहगार है। हम बहुत दुखी और परेशान होकर इन पांचो नन्दनी सुंदर, हिमांशु कुमार, बेला भाटिया, सोनी सोडी, एवं मनीष कुंजाम का पुतला जला रहे है। ताकि बस्तर और देश के लोग इनका असली चेहरा पहचानें।