नई दिल्ली। यह स्पष्ट है कि बुधवार से शुरू हा रहा संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहेगा।
सर्वदलीय बैठक में माकपा ने कहा कि वह सत्र के दौरान सरकार के नोटबंदी के फैसले पर स्थगन प्रस्ताव लाएगी। वहीं, सरकार के सहयोगी दल शिवसेना और अकाली दल की ओर से भी नोटबंदी पर सवाल उठाए गए।
सोमवार को सुमित्रा महाजन की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक संसद सत्र के सुचारू ढंग से चलने के लिहाज से बुलाई गई थी।लेकिन माकपा ने नोटबंदी पर ऐतराज जताते हुए स्थगन प्रस्ताव लाने की बात कही।
कांग्रेस ने भी नोटबंदी के मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाने का संकेत दिया। वहीं, सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने बैठक में भरोसा दिलाया कि सरकार विपक्ष के सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष जिन विषयों पर चर्चा चाहे, सरकार तैयार है। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता आनंद शर्मा ने नोटबंदी के मुद्दे पर नियम 267 के तहत चर्चा के लिए नोटिस भी दे दिया।
वहीं, बैठक में दूसरे दलों ने लोकसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही शांतिपूर्ण और सुचारू ढंग से चलाने में सहयोग करने पर सहमति जताई।
बैठक के बाद वेंकैया नायडू ने कहा कि संसद में पता चलेगा कि कौन लोग कालेधन रखने वालों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि पूरा देश नोटबंदी के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ है।