नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती 1000 करोड़ की बेनामी संपत्ति के मामले में बुधवार को आयकर विभाग के अधिकारियों के सामने पेश हुईं।
आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्यसभा सांसद मीसा से पांच घंटे पूछताछ की गई। अधिकारी ने इससे ज्यादा जानकारी साझा करने से मना कर दिया।
मीसा से पूछताछ के एक दिन पहले उनके पति शैलेश कुमार, बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव और अन्य की 12 संपत्तियों को बेनामी संपत्ती अधिनियम के 1988 के तहत जब्त कर लिया गया।
विभाग द्वारा बेनामी संपत्ति अधिनियम 1988 के तहत आदेश निकाले जाने के बाद लालू प्रसाद यादव के रिश्तेदारों के दिल्ली स्थिति संपत्ति पर इनटैक्स विभाग ने छापे मारे थे।
इसी महीने की शुरुआत मे मीसा ने विभाग द्वारा छह और 12 जून को जारी किए गए समन की अनदेखी की थी। उनके पति ने भी सात और 12 तारीख को दिए गए समन को टाला था।
इनकम टैक्स विभाग ने 16 मई को लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी, तेज प्रताप और मीसा पर लगे बेनामी संपत्ति के आरोपों के बाद उनके दिल्ली स्थित 22 स्थानों पर छापे मारे थे।
लालू के ठिकानों के अलावा उनका पार्टी के सांसद पी.सी गुप्ता के दिल्ली, गुरुग्राम और रेवाडी के ठिकानों पर भी छापे मारे गए थे।
लालू प्रसाद यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके बच्चों पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी नेता सुशील कुमार मोदी ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
22 मई को प्रवर्तन निदेशालय ने चार्टड अकाउंटेट राजेश कुमार अग्रवाल को गिरफ्तार किया था जिनके मीसा और दिल्ली के अन्य लोगों से संबंध थे।