बहरमपुर। पश्चिम बंगाल में अपना अस्तित्व कायम रखने के लिए संघर्ष कर रही कांग्रेस अपने राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए किसी भी हद तक जाने को तत्पर दिख रही है।
मंगलवार को कांग्रेस के 12 घंटे बंगाल बंद के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों से जो तस्वीरें सामने आईं, उससे न सिर्फ प्रदेश कांग्रेस का आंतरिक कलह उजागर हुई, बल्कि राज्य में टिके रहने की कांग्रेस की व्याकुलता भी नजर आई।
बंद के दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के अलावा कोई अन्य बडा नेता सडकों पर नजर नहीं आया। अधीर अकेले दम पर बंद को सफल बनाने की कोशिशों में जुटे रहे। इस दौरान बहरमपुर में हुई एक घटना में अपनों का सहयोग नहीं मिल पाने पर अधीर की हताशा साफ नजर आई।
मंगलवार सुबह भूृ-राजस्व विभाग के अधिकारी अरविंद कुमार मीणा को कार्यालय में घुसने से रोकने की कोशिश कर रहे कांग्रेस समर्थकों पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया, जिसमे पांच बंद समर्थक घायल हो गये। पुलिस ने यहां से एक महिला सहित 8 बंद समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया। इसकी जानकारी मिलते ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी मौके पर पहुंचे।
वहां पुलिस के साथ उनकी कहासुनी हुई। इस दौरान अधीर बेहद गुस्से में नजर आये और उन्होंने अपनी शर्ट उतार कर पुलिस को चुनौती देते हुए कहा कि यदि हिम्मत हो तो मेरे सीने पर गोली चला कर देखो। इस दौरान अधीर ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बंद विफल करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। इसके बाद अधीर अपने समर्थकों के साथ सरकारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए।
उधर अधीर के इस कारनामे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुटकी ली। मंगलवार को कोलकाता के नजरूल मंच में एक कार्यक्रम के दौरान ममता ने कहा कि शर्ट उतारना सौरभ को ही अच्छा लगता है, औरों को नहीं। अधीर ने तस्वीरें खिचवाने के लिए शर्ट उतारी। ऐसा करते-करते वे एक दिन खुद ही तस्वीर बन जायेंगे।