बैतूल। आप माने या न माने, लेकिन यह सच है। देश दुनिया में आज भी तंत्र-मंत्र और साधना के माध्यम से सम्मोहन विद्या का प्रयोग कर चोरी की घटनाओं को सफलतापूर्वक अंजाम दिया जा रहा है।
यह सनसनीखेज खुलासा बैतूल पुलिस द्वारा पकड़े एक चोर गिरोह से पूछताछ के दौरान हुआ। जो उक्त तांत्रिक क्रियाएं कर चोरी की वारदात करते थे।
कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को एक ऐसे चोर गिरोह का खुलासा किया है जो कभी भी सूने मकानों में चोरी नहीं करते थे। इस गिरोह द्वारा तंत्र शक्ति से प्राप्त कथित चापन विधा का प्रयोग कर ऐसे घरों में ही चोरी की घटना को अंजाम देते थे जिसके अंदर कोई न कोई सदस्य मौजूद हो।
गिरोह के सरगना का दावा है कि उसके द्वारा घर में प्रवेश करने के पूर्व चापन विधा का प्रयोग किया जाता था जिसके बाद घर कोई भी सदस्य जागता नहीं था और यदि कोई सदस्य जाग भी जाता था तो वह चोरी करते हुए देखते रहता था कहता या करता कुछ भी नहीं।
चोर गिरोह ने शहर की दो चोरियों के साथ ही ग्राम महदगांव में एक चोरी की घटना करना स्वीकार किया। पुलिस ने चोरों के पास से लगभग दो लाख नब्बे हजार रूपए के सोने चांदी के आभूषण और मोबाइल बरामद किया है। पुलिस ने तीन चोरों के साथ ही चोरी का माल खरीदने वाले दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
इन चोरियों का हुआ खुलासा
शुक्रवार को पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस कान्फ्रेन्स में पुलिस अधीक्षक राकेश जैन, एसडीओपी ज्योति उमठ ने कोतवाली अंतर्गत तीन स्थानों पर हुई चोरियों का खुलासा किया। जिसमें 1 जून को शहर के गौठाना निवासी धर्मेन्द्र यादव के निवास पर 31 जुलाई की रात में ग्राम महदगांव निवासी संजय बारस्कर के निवास पर और 20 जुलाई को देशबंधु वार्ड टिकारी निवासी उर्मिला पति नामदेव देशमुख के निवास पर हुई चोरियों का खुलासा किया।
तीन चोर सहित पांच अरेस्ट
शहर में लगातार हो रही चोरियों को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राकेश जैन के निर्देशन, एसडीओपी ज्योति उमठ के मार्गदर्शन में कोतवाली टीआई एसआर झा के नेतृत्व में टीम का गठन किया जिसमें एसआई निकिता विल्सन, एएसआई वेद प्रकाश मिश्रा, प्रधान आरक्षक 945 सुखदेव, आरक्षक 56 नितिन, आरक्षक 25 विनय को शामिल किया गया।
टीम ने पूर्व में चोरी की वारदात में शामिल चैतू उर्फ संतोष पिता सद्दू उईके निवासी कोलगांव, राहुल उर्फ किशोर पिता श्यामलाल धुर्वे निवासी तावला थाना सांईखेड़ा एवं विकास पिता कैलाश पंद्राम निवासी बैतूल को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की। पूछताछ में तीनों ने साथ मिलकर चोरी की घटना करना स्वीकार किया।
चोरी का माल खरीदने वाले दो गिरफ्तार
चोरों ने गौठाना, देशबंधु वार्ड और महदगांव में चोरी की घटना स्वीकार किया। चोरों ने बताया कि उन्होंने चोरी का माल आठनेर में रह रहे एमपीईबी ठेकेदार नितिन उईके निवासी सिराली जिला हरदा और बैतूल में हेयर सैलून वाले उमेश बंदेवार निवासी बथौड़ी थाना नवेगांव जिला छिंदवाड़ा को बेचा है। पुलिस टीम ने नितिन उईके और उमेश बंदेवार को भी गिरफ्तार किया है।
2.90 लाख का माल बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से सोने की तीन चैन, सोने के दो मंगलसूत्र पैंडल, एक मंगलसूत्र पोत, एक जोड़ी सोने के कर्णफूल, चार अंगूठी सोने की, एक अंगूठी चांदी की, एक जोड़ी चांदी के कड़े, 6 जोड़ी चांदी की पैरपट्टी, एक जोड़ी सोने के कंगन, एक नोकिया मोबाइल एक सेमसंग मोबाइल, एक चांदी की चेन सहित चोरी की घटना में प्रस्तुत बिना नंबर की होण्डा साइन बाइक बरामद की है। बरामद सामान की कीमत लगभग 2 लाख 90 हजार रूपए है।
मुंबई में चुराया था 2 किलो सोना
चोर गिरोह के सरगना राहुल धुर्वे शातिर चोर है। राहुल ने बताया कि उसने एक बार मुंबई में दो किलो सोना चोरी किया था लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया था। हालांकि इस मामले में वह बरी हो गया। वही गिरोह के दो सदस्य चैतू उईके और विकास पंद्राम पूर्व में भी चोरी की घटना में गिरफ्तार हुए थे तथा जमानत पर छूटने के बाद फरार हो गए थे। दोनों के खिलाफ न्यायालयों द्वारा स्थाई गिरफ्तारी वारंट भी जारी है।
शमशान में तंत्र क्रिया से सिद्ध की चापन विधा
चोर गिरोह का सरगना राहुल उईके मात्र पांचवी पास है। राहुल ने महाराष्ट्र के कुमुदरा निवासी उनके गुरू नकूल गोंड से चापन विधा सीखी। राहुल ने बताया कि चापन विधा शमशान घाट में अमावस्या या पूर्णिमा के दिन कुवारे महिला-पुरूष के चिता की लकड़ी से सिद्ध की जाती है। ऐसे शव मिलने पर अमावस्या या पूर्णिमा के दिन रात में शमशान घाट में तांत्रिक क्रिया कर की जाती है।
राहुल ने दावा किया कि इन लकड़ी में मृतक की आत्मा आ जाती है। चोरी करने जाने पर जिस घर के ऊपर दो लकड़ी क्रास करके रखी जाती है। इसके बार घर में मौजूद कोई भी सदस्य उठता नहीं है। वहीं जो सदस्य जागता है वह भी कुछ कर नहीं पाता सिर्फ चोरी होते हुए देखते रहता है।
राहुल ने दावा किया कि उसने बिरूलबाजार में एक बार चोरी की थी जब घर के लोग जाग गए थे। इसके बावजूद वे कुछ कर नहीं पाए। राहुल ने बताया कि जिसे चापन विधा आती है उसे यदि हथकड़ी लग जाए तो विधा बेकार हो जाती है। इस विधा को दोबारा हासिल करने के लिए पूरी प्रक्रिया दोहरानी पड़ती है।
राहुल ने दावा किया कि उसके गुरू नकुल गोंड के पास तो ऐसी विधा थी कि वह एक रात से अधिक कभी भी थाने या जेल में नहीं रहा। जब भी थाने गया एक रात के बाद ताले अचानक खुल जाते थे और बाहर आ जाता था। राहुल को अफसोस है कि उक्त विधा सीखने के पूर्व ही गुरू की मौत हो गई और वह विधा नहीं सीख पाया।