लखनऊ। लखनऊ में शनिवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा के राज्य सम्मलेन में शिवपाल गुट पर हमला बोलते हुए कहा कि बनावटी समाजवादियों से बचना होगा।
उन्होंने कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) हमारे पिताजी हैं। उनका आशीर्वाद हमारे साथ है, आगे भी रहेगा तो सपा के आंदोलन को कोई रोक नहीं पाएगा।
अखिलेश ने सपा के 8वें राज्य सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। राजधानी लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में हुए सपा के इस सम्मेलन में नरेश उत्तम को दोबारा पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।
उन्होंने इशारों ही इशारों में शिवपाल पर प्रहार करते हुए कहा कि एक बार तो साजिश में ये लोग कामयाब हो गए। हमारी सरकार नहीं बनी, पर अब हम समाजवादियों की आंखें खुल गई हैं।
अखिलेश ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जो श्वेत पत्र जारी किया है, वह सफेद झूठ का पुलिंदा है। हमने अभी तो दिल्ली वाली सरकार का आंकलन किया ही नहीं। हमने उनसे भी ज्यादा काम किया है।
अखिलेश ने कहा कि हम पूर्वाचल एक्सप्रेस वे को बलिया तक लाना चाहते थे। हमारी सरकार बनी होती तो पहले ही दिन उस पर काम शुरू हुआ होता। भाजपा वाले वह सड़क नहीं बना सकते। प्रधानमंत्री वह सड़क नहीं बना सकते। दुनिया में तरक्की के लिए बेहतर सड़क जरूरी है। हमारे किसानों और व्यापारियों को इससे लाभ मिलता।
उन्होंने कहा कि मेट्रो के चलने पर कुछ लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना पूरा कर रहे हैं। लखनऊ में प्रधानमंत्री का सपना पूरा करने वाले वाराणसी में मेट्रो कब चला पाएंगे। भाजपा की सरकार में उप्र के किसी और शहर में मेट्रो नहीं चलने जा रही है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि किसानों के कर्ज माफ करने का वादा करने वालों ने पहली कैबिनेट में ही धोखा दिया। पहले तो किसानों को अलग कर दिया फिर मामूली पैसे देकर सर्टिफिकेट बांट दिए।
अखिलेश ने कहा कि ये बिजली की सुविधा नहीं दे पा रहे। 102, 108 एंबुलेंस को ठप कर दिया। गांव के लोगों का थाने से उत्पीड़न न हो, इसलिए 100 नंबर लाए थे। मुख्यमंत्री मानते हैं कि 100 नंबर में भ्रष्टाचार है। इसकी जिम्मेदारी भी तो उनकी है। हमसे सीख कर भाजपा शासित प्रदेश सरकारें भी 100 नंबर शुरू करने जा रही हैं।
अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ी हैसियत है। हमने कई बार कहा कि शिक्षा के आंकड़े बेहतर करने हैं तो उप्र के हाल सबसे पहले बेहतर करने होंगे। स्वास्थ्य में देश को आगे बढ़ाना है तो उप्र के लोगों का स्वास्थय बेहतर होना चाहिए। उप्र की ही जनता देश की राजनीति में बदलाव ला सकती है।
राज्य सम्मेलन में दोपहर के बाद राजनीतिक प्रस्ताव भी रखा गया। सपा के राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया है कि अपनी साख खो रही भाजपा सरकार सपा सरकार के कामों की जांच का नाटक कर रही है। समाजवादी पार्टी के इस अधिवेशन में मंच पर पूर्व मंत्री आजम खान, पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा और वरिष्ठ नेता किरणमय नंदा भी मौजूद रहे।
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव व शिवपाल सिंह यादव हालांकि इस अधिवेशन में नहीं आए। इस मौके पर अखिलेश ने कहा कि बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद का शिलान्यास हुआ था, तब हमने कहा था कि सबसे ज्यादा जरूरत उप्र से बंगाल तक की है। लगातार ट्रेन हादसे हो रहे हैं, ऐसे में बुलेट ट्रेन से खुशहाली नहीं आने वाली है।
आजम खान ने कहा कि ये लोग बोलते हैं कि हमारी सरकार में दंगे नहीं होते। यही हमारी सरकार का सबूत है कि जब हम सरकार में आते हैं और विकास का काम करते हैं तो उस वक्त बस्तियां जलने लगती हैं।
उन्होंने कहा कि आग से मत खेलो। सांप्रदायिकता की आग 2019 से पहले ऐसे आ सकती है कि कोई नहीं बचेगा। ये घात लगा कर बैठे हैं। मेरे बारे में कोई गलतफहमी न रखे। मैं यह कहने आया हूं कि आप हिंदू, मुसलमान, सिख और ईसाई की ताकत बनो।