नई दिल्ली/मुंबई। कैशलेस पेमेंट को लेकर सरकार ने एक और कदम आगे बढ़ाते हुए ‘भारत क्यूआर’ कोड लॉन्च कर दिया। जिसके बाद कार्ड के बदले स्मार्टफोन के जरिए पेमेंट भुगतान और आसान हो जाएगा।
सोमवार को आरबीआई के डिप्टी गर्वनर आर गांधी ने लॉन्च करते हुए बताया कि देश में 15 लाख पाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनें मौजूद है, वहीं कार्ड की संख्या 80 करोड़ हो गई है। ऐसेे में कैशलेस पेमेंट को प्रोत्साहित करने के लिए जरुरी है कि हम पूरी प्रक्रिया को ग्राहक के लिए और अधिक सुविधाजनक बनाएं।
इसी क्रम में भारत क्यूआर कोड लॉन्च किया जा रहा है, जिससे ग्राहक अब बिना कार्ड के एक ही क्यूआर कोड के जरिए भुगतान कर सकेंगे। वर्तमान में अलग अलग वॉलेट पेमेंट सिस्टम के अपने क्यूआर कोड होते है।
भारत क्यूआर कोड लॉन्च होने से ग्राहकों के लिए अब कैशलेस पेमेंट करना और अधिक आसान हो जाएगा। इसके लिए बस एक स्मार्टफोन की जरुरत होगी।
ट्राई के हालिया आंकड़ों के मुताबिक भारत में 113 करोड़ मोबाइल फोन है, जिनमें से अधिसंख्य स्मार्टफोन है। ऐसे में भारत क्यूआर कोड कैशलेस पेमेंट अभियान में बहुत मददगार साबित होगा।
एसबीआई डॉट कॉम बना बैंक डॉट एसबीआई
देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अब अपने कॉर्पोरेट डॉमेन को बदल कर बैंक डॉट एसबीआई कर दिया है। तकनीकी तौर पर ये एक अत्याधुनिक तकनीकी स्तर है, जिसे पानेवाला एसबीआई देश का पहला बैंक बन गया है।
एसबीआई ने जीटीएलजी प्रोटोकॉल के तह्त डॉट एसबीआई डॉमेन अपनाया है, जो किसी भी संस्थान को अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान देता है।
इसके बाद संस्थान डॉट कॉम के बदले अपना खुद का एक्सटेंशन उपयोग में लाता है, जो संस्थान को वैश्विक स्तर पर बेहतर प्रामाणिकता प्रदान करता है।