नागपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भीम-आधार डिजिटल भुगतान प्लेटफार्म भारतीय अर्थव्यवस्था में क्रांति ला सकता है और यह आम आदमी को सशक्त करने में वही भूमिका निभाएगा, जैसी भूमिका भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित भारतीय संविधान ने निभाया है।
प्रधानमंत्री ने प्लेटफार्म लॉन्च करते हुए कहा कि दुकानदार के बायोमेट्रिक क्षमता युक्त उपकरण पर प्रत्येक भारतीय को अपने बायोमेट्रिक डेटा का इस्तेमाल कर भुगतान में सक्षम बनाकर भीम-आधार बायोमेट्रिक के साथ एक स्मार्टफोन की तरह होगा और यह डिजिटल भुगतान को इस तरीके से बढ़ावा देगा कि वह दुनिया के लिए अप्रत्याशित होगा।
उन्होंने कहा कि यह ‘कम नकदी’ वाली अर्थव्यवस्था तथा काले धन से निपटने की दिशा में उठाया गया कदम है।
मोदी ने कहा कि देश को भ्रष्टाचार तथा काले धन से मुक्त करने के लिए डिजिधन एक ‘सफाई अभियान’ है।
उन्होंने कहा कि भीम-आधार पे एप भारत के आम आदमी को सशक्त करने में वही भूमिका निभाएगा, जो भूमिका भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित भारतीय संविधान ने निभाई है।
नया एप बस अंगूठे के निशान से भुगतान में सक्षम करेगा, जिसके माध्यम से एक अनपढ़ व्यक्ति भी दुकानदार के बायोमेट्रिक इनेबल उपकरण पर अपने बायोमेट्रिक डेटा का इस्तेमाल कर डिजिटल रूप में भुगतान कर सकता है।
मोदी ने कहा कि देश का कोई भी नागरिक बिना किसी स्मार्टफोन, इंटरनेट, डेबिट या क्रेडिट कार्ड के भीम-आधार प्लेटफार्म के माध्यम से डिजिटल भुगतान करने में सक्षम होगा।
उन्होंने कहा कि यह वैसे लोगों के लिए डिजिटल भुगतान को आसान बनाएगा, जो लिख, पढ़ नहीं सकते और इस प्रकार यह बाबा साहेब अंबेडकर का सबके लिए सामाजिक व वित्तीय सशक्तिकरण का सपना साकार कर रहा है।
मोदी ने भीम-कैशबैक तथा रेफरल बोनस के लिए दो नई प्रोत्साहन योजनाओं की शुरुआत की। छह महीने की अवधि के लिए 495 करोड़ रुपए की यह प्रोत्साहन योजना डिजिटल भुगान को सुनिश्चित करेगी।
रेफरल बोनस योजना के तहत भीम का इस्तेमाल करने वाले मौजूदा उपयोगकर्ता तथा नए उपयोगकर्ता को डिजिटल भुगतान करने पर 10 रुपये का नकद बोनस मिलेगा, जो सीधे उनके खाते में जाएगा।
इसी प्रकार, कैशबैक योजना के तहत दुकानदार को भीम के माध्यम से प्रत्येक लेनदेन पर 25 रुपये का कैशबैक मिलेगा।
दोनों योजनाओं को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय प्रभाव में लाएगा तथा इसका क्रियान्वयन भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीओई) करेगा।
तीन लाख दुकानदारों के साथ 27 बैकों को तैयार किया गया है, ताकि वे भीम-आधार के माध्यम से भुगतान ले सकें।
इनमें इलाहाबाद बैंक, आंध्रा बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, सिटी यूनियन बैंक (इस्यूअर), कॉरपोरेशन बैंक, देना बैंक तथा फेडरल बैंक (ओनस) शामिल हैं।
इसके अलावा, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीएफसी बैंक, इंडियन बैंक, इंडस्इंड बैंक (एक्वायरर), इंडियन ओवरसीज बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एवं सिंध बैंक, भारतीय स्टेट बैंक भी भीम-आधार स्वीकार करेंगे।
अन्य बैंकों में साउथ इंडियन बैंक (इश्यूअर), सिंडिकेट बैंक, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया तथा विजया बैंक शामिल हैं।
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (सभी इश्यूअर) में केनरा बैंक द्वारा प्रायोजित केरल ग्रामीण बैंक तथा प्रगति कृष्णा ग्रामीण बैंक, आंध्र बैंक द्वारा प्रायोजित चैतन्य गोदावरी ग्रामीण बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा प्रायोजित बड़ौदा गुजरात ग्रामीण बैंक, भारतीय स्टेट बैंक द्वारा प्रायोजित आंध्र प्रदेश ग्रामीण विकास बैंक शामिल हैं।
प्रधानमंत्री की घोषणा के तुरंत बाद एनपीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) तथा प्रबंध निदेशक ए.पी.होता ने मुंबई में भीम-आधार एप को लॉन्च करने की घोषणा की, जिसे गूगल प्ले स्टोर तथा आईओएस से 12 भारतीय भाषाओं में डाउनलोड किया जा सकता है।
होता ने कहा कि इसका फायदा लगभग 40 करोड़ खाताधारक उठा सकते हैं, जिनके आधार कार्ड का डिटेल उनके बैंक खाते से लिंक हैं और सत्यापन के लिए केवल ग्राहक के अंगूठे के निशान की जरूरत होगी।
प्रधानमंत्री ने डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई दो योजनाओं लकी ग्राहक योजना और डिजिधन व्यापार योजना के मेगा ड्रा के विजेताओं को सम्मानित किया।
महाराष्ट्र के लातूर शहर की एक 20 वर्षीय इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की छात्रा शारदा मेंगशेट ने लकी ग्राहक योजना के अंतर्गत मेगा ड्रा में 1 करोड़ रुपये का इनाम जीता। उसने अपना नया मोबाइल फोन ईएमआई पर खरीदने के लिए रुपे कार्ड से 1,590 रुपए का भुगतान किया था।
व्यापारियों के लिए चलाई गई डिजिधन व्यापार योजना के तहत चेन्नई के तंबरन के जीआरटी ज्वैलर्स के आनंद अनंतपद्मनाभन ने इनाम जीता। उन्होंने 300 रुपये का डिजिटल भुगतान स्वीकार किया था, जिसके लिए उन्हें 50 लाख रुपए का पुरस्कार मिला। उन्होंने तुरंत इनाम की इस रकम को गंगा सफाई अभियान को दान करने की घोषणा की।
इससे पहले दिन में मोदी ने अंबेडकर को उनकी 126वीं जयंती के मौके पर श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री ने कोरडी तापीय विद्युत परियोजना का भी उद्घाटन किया और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) तथा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी।