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दोस्त ने बात करने को बुलाया और मार दी गोली - Sabguru News
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दोस्त ने बात करने को बुलाया और मार दी गोली

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दोस्त ने बात करने को बुलाया और मार दी गोली
bhind : shot to friend
bhind : shot to friend

भिण्ड। शहर के धर्मपुर कालोनी में रहने वाले दो भाईयों ने अपने दोस्त को बात करने का बहाना बनाकर घर पर बुलाया और फिर किसी अन्य युवक से बात करने को कहा।

जैसे ही दोस्त अन्य युवक से बात करने लगा वैसे ही उसने दोस्त पर कट्टे से फायर कर दिया जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे ग्वालियर के लिए रैफर कर दिया गया। पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे के प्रयास तेज कर दिए हैं।

प्रत्यक्षदर्शी उत्कर्ष गुप्ता के अनुसार आशुतोष उर्फ आशू भदौरिया पुत्र प्रदीप सिंह भदौरिया निवासी सैनिक कॉलोनी छात्र कक्षा 10 वीं अपने 6 दोस्तों के साथ गौरी रोड स्थित धर्मपुरी कॉलोनी में अपने दोस्त छोटू पंडित तथा कुलदीप पंडित से मिलने गया था।

छोटू पंडित के साथ दो अन्य युवक भी थे, छोटू पंडित ने आशुतोष से कहा कि इनसे बात कर लो इस दौरान उत्कर्ष भी उसके साथ बाइक पर पीछे बैठा था। युवक ने आशुतोष से कहा कि तुमने मुझे एक साल पहले क्यों मारा था इस पर आशुतोष ने कहा कि मैने तुम्हें नहीं मारा।

इसके बाद खुद छोटू पंडित ने पीछे से गोली चला दी, गोली उत्कर्ष की गर्दन को छूती हुई आशुतोष भदौरिया के सिर में जा लगी और वह लहूलुहान हो गया।

घायल आशुतोष को स्थानीय लेागों की मदद से अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार किया लेकिन घायल छात्र की हालत गंभीर होने के कारण उसे ग्वालियर रैफर कर दिया। पुलिस ने उत्कर्ष से पूछताछ करने के बाद आरोपियों को पकडऩे के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।

आखिर छह युवक एक साथ क्यों गए

घायल आशुतोष के दोस्त उत्कर्ष गुप्ता ने पुलिस को बताया कि आशुतोष के साथ उसके पांच दोस्त खुद उत्कर्ष गुप्ता पुत्र शैलेन्द्र गुप्ता निवासी गोल मार्केट, रोहित जादौन निवासी हाउसिंग कालोनी, शनी जैन, हिमांशू तथा बप्पा एक साथ छोटू पंडित के घर उससे मिलने इसलिए गस क्योंकि छोटू पंडित ने कहा था कि किसी से तुम्हारी बात करानी है। क्या आशुतोष को पहले से अनुमान था कि कोई घटना घट सकती है।

गोली चलते ही मची अफरा-तफरी

छह दोस्त एक साथ अपने दोस्त छोटू पंडित से मिलने उसके घर गए थे लेकिन जैसे ही छोटू पंडित ने आशुतोष को गोली मारी वैसे ही उसके सभी दोस्त उत्कर्ष को छोडक़र घटनास्थल से फरार हो गए। गौरतलब है कि गोली उत्कर्ष के गले को छूती हुई निकली और आशुतोष को जा लगी।

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