भिवानी। भिवानी के प्राचीन हनुमान जोहड़ी मन्दिर में विश्वकर्मा दिवस के उपलक्ष्य पर 51 क्विंटल का प्रसाद बनाकर श्रद्धालुओं ने वितरित किया।
गौरतलब है कि जब इन्द्र का कहर लोगों पर बरपा था तब भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को लोगों की रक्षा के लिए उठाया, उस दौरान गोकुलवासियों ने एक सामूहिक रूप से भगवान को प्रसाद का भोग लगाकर सभी लोगों में वितरित किया।
उसी समय से यह परम्परा भारत के नागरिक निभाते हुए आ रहे है और उसी के तहत भिवानी के छोटे-बड़े मन्दिरों में आज अन्नकूट का प्रसाद वितरित हुआ। लेकिन प्राचीन हनुमान जोहड़ी धाम में हरियाणा प्रदेश का सबसे बड़ा अन्नकूट प्रसाद भण्डारा एवं वितरण के रूप में तैयार किया गया। हजारों श्रद्धालुओं ने अन्नकूट का प्रसाद ग्रहण किया।
वही मन्दिर परिसर में कारीगरों ने अपने औजारों की यज्ञ हवन के साथ पूजा-अर्चना की। वही इस अवसर पर 21 क्विंटल लस्सी से बनी कढ़ी का प्रसाद भी लोगों में वितरित किया गया। हनुमान जोहड़ी मंदिर धाम में रसिया के विदेशी सेनानियों ने भी अनकुट का प्रसाद लिया भी और श्रृद्धालुओं को हरियाणवी अंदाज में हाथ में बाल्टी लेकर कर प्रसाद खिलाया भी।
बालयोगी महंत चरणदास महाराज ने बताया कि यह परम्परा भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी हुई है और तब से इस परम्परा को संतगण निभाते हुए आ रहे है। उन्होंने बताया कि आज वे हनुमान जोहड़ी मन्दिर में 51 क्विंटल सामग्री से तैयार हुआ अन्नकूट का प्रसाद भण्डारे के साथ वितरित किया गया। वही यहां पहुंचे श्रद्धालु समाजसेवी नरेंद्र ठेकेदार ने बताया कि अन्नकूट का प्रसाद यहां पर विशाल रूप में तैयार किया गया।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से संस्कार व सद्भावनाओं एवं परोपकार को जन्म मिलता है। उन्होंने इस विशाल आयोजन के लिए आयोजकों की सराहना व्यक्त की। इस अवसर पर रसिया मॉस्को से पहुंची समाजसेवी स्वेतलाना और तत्याना ने भी अंकुट का प्रसाद हरियाणवी अंदाज में किया और श्रृद्धालुओं में परोसा भी।
इस अवसर पर समसेवी दीपक गोयल, बालीनाथ, मंगलदास, ध्यानदास, माधवदास, गिरधारीलाल, सुरेन्द्र,मनोज, नरेंद्र,कमल, मोहित, गोपाल, प्रकाशनाथ, पावाण, दुलीचंद, सुरेन्द्र, राठोड, अरुण, अनिल वर्मा , विजय, दीपक कुमार सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल रहे।