भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की हायर सेकंडरी परीक्षा (12वीं) का रिजल्ट आने के बाद से छात्र-छात्राओं के आत्महत्या करने का सिलसिला जारी है। प्रदेश में अब तक छह छात्राओं ने अपनी जान दे दी है।
जिंदगी में आगे बढऩे के इस महज छोटे से पड़ाव पर हार मान लेने के ये मामले भोपाल, सीहोर, टीकमगढ़, सतना, छतरपुर और शिवपुरी के हैं।
प्रदेश में हर साल रिजल्ट बिगडऩे पर कई छात्र मौत को गले लगा लेते है। इस बार भी यही हुआ गुरूवार और शुक्रवार को तीन छात्रों ने आत्म हत्या कर ली। दो ने फांसी लगाकर तो एक ने आग लगाकर लीला समाप्त कर ली।
मध्य प्रदेश के बैतूल, टीकमगढ़ और सीहोर जिले में 12वीं का रिजल्ट बिगडऩे पर तीन स्टूडेंट ने अपनी जान दे दी। दो ने फांसी लगा दी, जबकि एक ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली।
सीहोर जिले की आष्टा तहसील के गांव खजूरिया जावर के रहने वाले 18 वर्षीय पवन पुत्र चंदर सिंह मालवीय ने 12वीं में सप्लिमेंट्री देखकर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पवन पिछले साल फेल हो गया था।
वहीं टीकमगढ़ से करीब 7 किलोमीटर दूर स्थित गांव मिनौर की रहने वाली 17 वर्षीय ज्योति पुत्री राजाराम अहिरवार ने इस साल 12वीं का एग्जाम दिया था। जब उसने अपना रिजल्ट देखा, तो वो दो विषयों बॉयोलॉजी और फिजिक्स में फेल हो गई थी।
इससे आहत होकर उसने शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। जिसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया, जहां से उसे झांसी रेफर किया गया है। वहां उसकी मौत हो गई।
तीसरी घटना बैतूल जिले के हमलापुर में कक्षा 12वीं की प्राइवेट छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंचीं पुलिस ने छात्रा का शव फंदे से उतारकर जिला अस्पताल पहुंचाया।