भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में युवती की हत्या कर उसे घर में दफन करने का सनसनीखेज मामला सामने आया हैं। मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब युवती की तलाश में पश्चिम बंगाल से पुलिस की टीम गोविंदपुरा पुलिस के पास पहुंची।
पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है। आरोपी की मां मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में डीएसपी रह चुकी हैं। गोविंदपुरा थाने के सब-इंस्पेक्टर रमेश राय ने बताया कि वेस्ट बंगाल के बाकुरा डिस्ट्रिक्ट के रहने वाले बैंक मैनेजर देवेंद्र कुमार शर्मा की 28 साल की बेटी आकांक्षा श्वेत 24 जून 2016 से लापता थी।
देवेंद्र ने बाकुरा थाने में अपनी बेटी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। आकांक्षा के पिता ने पुलिस को बताया था कि आकांक्षा किसी उदय दास नाम के युवक के साथ भोपाल के गोविंदपुरा थाना क्षेत्र में रह रही है। इस सूचना के आधार पर बाकुरा पुलिस का एक दल राजधानी पहुंचा।
श्वेता के मोबाइल फोन की लोकेशन साकेत नगर ही आई थी। जांच के बाद मोबाइल की लोकेशन साकेत नगर 3-ए में भेल के रिटायर्ड अधिकारी बीके दास के मकान नंबर 62 आई। स्थानीय पुलिस की मदद से उदय दास को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ करने पर उसने आकांक्षा की हत्या कर घर में ही चबूतरा बनाकर उसे दफनाने की बात कबूल कर ली।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि 2007 में उसकी दोस्ती आकांक्षा से हुई थी। जो बाद में प्यार में बदल गई। जून 2015 में उदय और आकांक्षा ने न्यूयॉर्क (अमरीका) में कोर्ट मैरिज कर ली थी। शादी के बाद से ही दोनों के बीच झगड़ा होने लगा।
लिहाजा परेशान होकर उदय ने आकांक्षा की हत्या कर दी और अपना जुर्म छुपाने के लिए उसने घर में चबूतरा बनाकर उसका शव दफन कर दिया। कत्ल का पर्दाफाश होते ही पुलिस ने हथौड़ों की मदद से घंटों तक कब्र तोड़ने की कोशिश की। नाकाम पुलिस को ड्रिल मशीन मंगवानी पड़ी। देर रात तक शव बरामद नहीं हो पाया है।
हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया। आरोपी ने खुद को आईआईटी दिल्ली से पास आउट इंजीनियर बताया है।