धमतरी। डॉक्टर के घर में डकैती डालने पहुंचे डकैतों ने घर में आधा घंटा बिताया, इस दौरान डॉक्टर का परिवार दहशत के साये में था। डकैतों के जाने के बाद भी परिवार सदमें से पूरी तरह नहीं उबर पाया है।
शुक्रवार बीती रात गुजराती कॉलोनी में रहने वाले डॉक्टर सरोज शाह के घर नकाबपोश डकैतों ने धावा बोला था। डकैत घर की आलमारी सहित अन्य जगह से 6 लाख 90 हजार का माल लेकर फरार हो गए।
जब तक डकैत घर में थे। परिवार के सभी लोगों के दिल में किसी अनहोनी घटना की दहशत समाई हुई थी। क्योकि डकैत हथियारों के साथ घर में प्रवेश किए थे। हालांकि डॉक्टर ने समझदारी का परिचय दिया और डकैतों को रुपए जेवरात ले जाने के साथ परिवार के किसी सदस्य को नुकसान न पहुंचाने की बात कहीं।
डकैत भी किसी के साथ कोई अन्य घटना नहीं करना चाह रहे थे। उनकी भी मंशा पता चली है कि उन्हे केवल रुपए और जेवरात से मतलब था। जब तक डकैत घर में रहे इस दौरान वे लोग डॉक्टर के घर में रखे कुछ मेवे काजू आदि खा। शौचालय का उपयोग भी किया।
आधे घंटे बाद जब उनका काम समाप्त हो गया। वे लोग डॉक्टर के साथ उसकी पत्नी के हाथ को बांधकर फरार हो गए। डकैतों के जाने के बाद डॉक्टर के साथ परिवार के लोग अर्जुनी थाना पहुंचे। जहां से कोतवाली पुलिस, पेट्रोलिंग सहित अन्य जिले की पुलिस को सूचना देकर डकैतों को घेरने की तैयारी पुलिस ने की।
हालांकि पुलिस सूत्रों की माने तो डकैतों ने कोई सुराग नहीं छोड़ा है। इस संबंध में एसपी मनीष शर्मा ने कहा कि डकैतों को गिरफ्तार करने पुलिस की टीमें रवाना हो गई है। डकैतों को जल्द पकडऩे विशेष प्लानिंग की गई है।
डॉक्टर के घर में डकैती की सूचना मिलने के बाद कोतवाली पुलिस के अलावा पुलिस आला अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। साथ ही सूचना पर दुर्ग क्राईम ब्रांच और फॉरेसिक एक्सपर्ट टीम को भी बुलाया गया था। जिले के सभी प्रशिक्षु पुलिस कर्मियों को भी मौका मुआयना करने भेजा गया था।
वाहन में आए थे डकैत
वारदात को अंजाम देने के बद जब डकैत घर से भाग रहे थे तो एक डकैत ने अपने साथी से कहा कि गाडी बुलवा लो, मतलब साफ है कि डकैत पूरी तैयारी के साथ वाहन में आए थे, हालांकि उन्होंने वाहन बंगले के सामने खड़ा नहीं किया था।
हथियारों की बात को तो एक भी आधुनिक हथियार उनके पास नहीं थे, सिर्फ लाठी व रॉड पकडक़र घर में घुसे थे। बंगले में रखी कुदाली को भी उठा लिया था। डॉग स्कवाड उन तक न पहुंच जाए इसलिए गार्डन में दो जगह व बंगले के पीछे शौच कर दिया। जिसके कारण डॉग स्कवाड के जया जूली बंगले के आसपास मंडराते रह गए।
आठ साल बाद हुई बड़ी वारदात
डाक्टर साहा के बंगले में हुई वारदात को धमतरी के इतिहास की सबसे डकैती माना जा रहा है। डकैती की यह 8 साल बाद बड़ी वारदात है। इसके पूर्व रत्नाबांधा रोड में डाक्टर राठौड़ के बंगले में डकैती हुई थी, तब डकैत करीब साढ़े चार लाख रुपए लेकर फरार हुए थे।
लंबा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक राठौड़ बंगले के डकैतो तक नहीं पहुंच पाई, पुलिस को अब डॉ साहा के बंगले में डकैती कर डकैतो ने फिर चुनौती पेश की है। हालांकि परिस्थितियां अब अलग, पुलिस के पास जांच की आधुनिक तकनीक होने के साथ ही अनुभवी अधिकारियों की टीम है।
बैंक में उठाईगिरी करने वाले राष्ट्रीय गिरोह को जब पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया तो फिर डकैतों को पकडऩे में सफलता की उम्मीद की जा सकती है।