पटना। बिहार में गया के कोतवाली थाना क्षेत्र अन्तर्गत धामी टोला निवासी एक ही परिवार के तीन लोगों ने आत्महत्या कर ली। गुरुवार की अहले सुबह घर में आग लगने की सूचना पर पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ी पहुंची तो तीनों के शव बरामद हुए।
आत्महत्या के पीछे घरेलू वजह बताई जा रही है। मरने वालों में दाल कारोबारी रवि उर्फ विक्की (36) उनकी पत्नी निशि (30) और चार साल की बेटी वंशिका शामिल हैं।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निशि और वंशिका का शव मकान के निचले वाले कमरे में बरामद हुआ जबकि रवि का शव ऊपर के कमरे में पड़ा था। मकान के ऊपर वाले दो कमरों में आग लगी थी। पुलिस के मुताबिक निशि के मुंह से झाग निकल रहा था।
पुलिस ने शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जिस कमरे में रवि का शव बरामद हुए उसके बाहर दीवार पर रवि ने खुद को फंसाए जाने की बात लिखी है। रवि ने लिखा है कि अगर वह अपनी मां को प्रताड़ित करता था तो वो भाई के साथ भी जाकर रह सकती थी। मैं तो दिनभर दुकान पर रहता था।
दरअसल 13 फरवरी को ही रवि की मां गीता देवी की मौत हुई थी। गीता देवी की मौत के बाद विवाहित बेटियां गया आई हुईं थीं। घर में रहने के दौरान उन्होंने अपनी मां का एक सुसाइड नोट देखा। जिसमे गीता देवी ने खुद को प्रताड़ित किए जाने की बात लिखी थी।
मां की मृत्यु के बाद उनकी धन दौलत के लिए भी विवाद हो रहा था। गीता देवी की बेटी निशा गुप्ता ने इस बाबत पुलिस के पास शिकायत भी थी। निशा का कहना है कि मां को प्रताड़ित किए जाने की बात सामने आने के कारण उन लोगों ने आत्महत्या की है।
रवि के बगल में उसके भाई राजेश कुमार गुप्ता का मकान है। इधर आसपास के लोगों का कहना है कि गीता देवी ने खुद को प्रताड़ित किए जाने की बात कभी किसी से नहीं कही। जबकि वो रोजाना पार्क जातीं थीं।